केनेस टेक्नोलॉजी की सेमीकंडक्टर योजना: एक महत्वपूर्ण कदम
केनेस टेक्नोलॉजी कंपनी की चिप बनाने वाली शाखा केन्या सेमीकंव ने 2025 तक गुजरात के सानंद में अपनी आगामी आउटसोर्सड सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट सुविधा से अपना पहला व्यावसायिक उत्पादन वितरित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस परियोजना का नेतृत्व कंपनी के प्रमुख रघुपतिकर कर रहे हैं, जिन्होंने बताया कि यह 3,300 करोड़ रुपये की लागत से विकसित हो रही है। इस परियोजना को भारत सरकार के 76,000 करोड़ रुपये के सेमीकंडक्टर मिशन के तहत मंजूरी भी मिल चुकी है, जो कि भारत में इस उद्योग के विस्तार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है।
लक्ष्य और उत्पादन क्षमता का विस्तार
केन्या सेमीकंव ने इस वित्तीय वर्ष में 10 मिलियन डॉलर का प्रारंभिक लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसे अगले 4 वर्षों में बढ़ाकर 250 मिलियन डॉलर तक पहुंचाने की योजना है। कंपनी का उद्देश्य डेढ़ से दो वर्षों के भीतर 13 चिप असेंबली और टेस्टिंग लाइनों का निर्माण करना है, जिससे हर साल लगभग 1 बिलियन चिप्स का उत्पादन हो सकेगा। यह भारत में सेमीकंडक्टर उत्पादन को एक नई दिशा देने का प्रयास है, जो कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भी सहायक साबित होगा।
वैश्विक साझेदारियां और तकनीकी सहयोग
केन्या सेमीकंव अपनी जिम्मेदारियों को मजबूती से निभाते हुए, वैश्विक साझेदारियों और तकनीकी सहयोग को भी प्राथमिकता दे रही है। हाल ही में, कंपनी ने मलेशिया की ग्लोबेट्रॉनिक्स, ताइवान की एप्टोस टेक, और जापान की एओआई जैसी तीन प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ साझेदारी की है। इसके अलावा, सिंगापुर स्थित लाइट स्पीड फोटोनिक्स के साथ भी एक समझौता किया गया है। इन साझेदारियों के माध्यम से कंपनी अपने उत्पादन और तकनीकी क्षमताओं को और भी सशक्त बनाने की कोशिश कर रही है।
रोजगार के अवसर
इस सेमीकंडक्टर इकाई में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। कंपनी ने 450 कर्मचारियों को नियुक्त करने की योजना बनाई है। फिलीपींस, मलेशिया और ताइवान से 15 प्रवासी विशेषज्ञों सहित लगभग 30 प्रमुख अधिकारियों को भी टीम में शामिल किया गया है। इसके साथ ही, केन्या सेमीकंव ने कई भारतीय विश्वविद्यालयों के साथ समझौते किए हैं, ताकि कुशल और योग्य प्रतिभाओं को तैयार किया जा सके।
हैदराबाद में स्मार्ट मीटर निर्माण इकाई का उद्घाटन
केनेस टेक्नोलॉजी ने हाल ही में हैदराबाद के पास स्मार्ट मीटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के निर्माण के लिए एक उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स इकाई का उद्घाटन किया है। इस इकाई से कंपनी को 500 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने की संभावना है। इसके साथ ही, कंपनी ने व्हाइट ग्रेड नमक के साथ भी एक डील की है, जो उनके व्यापारिक दृष्टिकोण को और भी मजबूत बनाएगी।
भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग का बढ़ता निवेश
भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग का तेजी से विस्तार हो रहा है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 2 सितंबर को कहा कि भारत में चार सेमीकंडक्टर इकाइयों का निर्माण तेजी से प्रगति पर है। इन इकाइयों में लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है, और इनकी कुल उत्पादन क्षमता करीब 7 करोड़ चिप्स प्रतिदिन होगी। यह भारत को सेमीकंडक्टर उद्योग में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।