ज़ेप्टो की 2025 में IPO योजना

ज़ेप्टो की 2025 में IPO योजना क्विक कॉमर्स में भविष्य की दिशा

ज़ेप्टो की आईपीओ योजना: $5 बिलियन वैल्यूएशन और क्विक कॉमर्स में भविष्य की तैयारी

ज़ेप्टो की 2025 में IPO योजना

क्विक कॉमर्स स्टार्टअप ज़ेप्टो ने 2025 की दूसरी छमाही में अपने प्रस्तावित आईपीओ के लिए गोल्डमैन सैक्स, मॉर्गन स्टेनली, और एक्सिस कैपिटल जैसे प्रमुख निवेश बैंकों को सलाहकार के रूप में चुना है। ज़ेप्टो का लक्ष्य अगस्त 2025 तक शेयर बाजार में लिस्टिंग करना है, और इस इश्यू के माध्यम से $450-$500 मिलियन जुटाने की योजना है।

फंडिंग और मूल्यांकन

हाल ही में दो फंडिंग राउंड में, ज़ेप्टो ने लगभग $1 बिलियन जुटाए, जिससे कंपनी का मूल्यांकन $5 बिलियन तक पहुंच गया है। आईपीओ के लिए ज़ेप्टो अपने वर्तमान मूल्यांकन पर पुनर्विचार कर रही है, ताकि यह बाजार में उचित कीमत पर लॉन्च हो सके।

भारत में वापसी की तैयारी

हालांकि ज़ेप्टो का मुख्यालय वर्तमान में सिंगापुर में स्थित है, कंपनी अपने संचालन का केंद्र वापस भारत लाने की प्रक्रिया में है। ज़ेप्टो के सीईओ आदित पलिचा ने घोषणा की है कि यह प्रक्रिया अगले कुछ महीनों में पूरी हो जाएगी। इस कदम का उद्देश्य भारत के शेयर बाजार में लिस्टिंग की दिशा में एक अहम कदम उठाना है, ताकि ज़ेप्टो भारतीय निवेशकों के लिए और अधिक आकर्षक बन सके।

प्रतिस्पर्धा और बाजार की स्थिति

क्विक कॉमर्स के क्षेत्र में ज़ेप्टो का मुकाबला कई प्रमुख खिलाड़ियों से है, जिनमें ज़ोमैटो का ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट, टाटा का बिगबास्केट, और फ्लिपकार्ट मिनट्स शामिल हैं। इन सभी कंपनियों के बीच तेज़ निष्पादन और बढ़ते ग्राहक आधार को लेकर प्रतिस्पर्धा बनी हुई है।

ज़ेप्टो का सकल माल मूल्य (GMV) $1.2 बिलियन से अधिक हो चुका है, और कंपनी का लक्ष्य आने वाले महीनों में EBITDA के आधार पर लाभदायक बनना है। निवेशकों का ध्यान ज़ेप्टो की इस प्रगति पर है, जो कंपनी को उद्योग में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है।

क्विक कॉमर्स में बढ़ती प्रतिस्पर्धा

भारत का क्विक कॉमर्स बाजार वर्तमान में $5.5 बिलियन का है, और इसके अगले कुछ वर्षों में और बढ़ने की संभावना है। ज़ेप्टो और अन्य प्रमुख कंपनियां डार्क स्टोर्स जोड़कर और छोटे शहरों में विस्तार करके बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रही हैं।

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, अगले 12 महीनों में इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा और भी बढ़ सकती है। ज़ेप्टो, ब्लिंकिट, स्विगी इंस्टामार्ट, और नए खिलाड़ी बाजार हिस्सेदारी के लिए संघर्ष करेंगे, जिससे बाजार में और भी तेजी आएगी।

ज़ेप्टो की आईपीओ रणनीति का महत्व

ज़ेप्टो का आईपीओ न केवल कंपनी के विस्तार की दिशा तय करेगा, बल्कि यह भी दर्शाएगा कि नई पीढ़ी की टेक कंपनियां किस हद तक सार्वजनिक बाजार में प्रवेश के लिए तैयार हैं। निवेशकों के लिए ज़ेप्टो का आईपीओ एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है, क्योंकि कंपनी ने अपनी तेज़ वृद्धि और लाभप्रदता के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर लिया है।

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