जानिए Bearish Engulfing Pattern क्या होता है

जानिए Bearish Engulfing Pattern क्या होता है और उसके महत्त्व

Bearish Engulfing Pattern

 

Bearish Engulfing Pattern

 Bearish Engulfing Pattern एक प्रमुख कैंडलस्टिक पैटर्न है जिसका उपयोग तकनीकी विश्लेषण में किया जाता है। इस पैटर्न का उपयोग ट्रेडर्स और निवेशक बाजार में संभावित ट्रेंड रिवर्सल की पहचान के लिए करते हैं, खासकर जब किसी शेयर या सूचकांक में लगातार तेजी बनी रहती है।

यह पैटर्न विक्रेताओं के बढ़ते दबाव और बाजार में बिकवाली की संभावना को दर्शाता है। खासकर उन स्थितियों में जहां कीमतें बढ़ रही होती हैं और बुलिश सेंटिमेंट (खरीदारी का रुझान) हावी रहता है, तब यह पैटर्न बताता है कि तेजी का दौर खत्म हो सकता है और बाजार अब नीचे की ओर मुड़ सकता है।

Bearish Engulfing Pattern

 

Bearish Engulfing Pattern की पहचान कैसे करें?

इस पैटर्न में दो कैंडलस्टिक्स शामिल होती हैं

  1. पहली कैंडलस्टिक बुलिश कैंडल
    यह छोटी बुलिश कैंडल होती है, जो दर्शाती है कि उस दिन या समयावधि में खरीदारों का दबदबा रहा। इसका मतलब यह है कि बाजार में हल्की तेजी बनी हुई थी, और कीमतें बढ़ रही थीं।

  2. दूसरी कैंडलस्टिक बियरिश कैंडल
    यह लंबी बियरिश कैंडल होती है, जो पहली कैंडल को पूरी तरह से “निगल” लेती है। अर्थात, दूसरी कैंडल की ओपनिंग प्राइस पहली कैंडल की क्लोजिंग प्राइस से अधिक होती है, और इसकी क्लोजिंग प्राइस पहली कैंडल की ओपनिंग प्राइस से कम होती है।

    यह महत्वपूर्ण संकेत है कि विक्रेताओं ने बाजार में कदम रखा है और खरीदार कमजोर हो रहे हैं। इससे बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ता है और आगे की गिरावट की संभावना बढ़ जाती है।

Bearish Engulfing Pattern

Bearish Engulfing Pattern  का क्या अर्थ होता है?

इस पैटर्न के प्रकट होने का मतलब यह होता है कि बाजार में पहले खरीदारों का दबदबा था, लेकिन अब विक्रेता अधिक प्रभावी हो गए हैं। यह उन स्थितियों में अधिक सटीक साबित होता है जब बाजार या किसी स्टॉक की कीमतें लगातार बढ़ रही होती हैं।

जब यह पैटर्न बनता है, तो यह दर्शाता है कि बाजार का अपट्रेंड समाप्त हो सकता है और संभावित रूप से बाजार नीचे की ओर मुड़ सकता है। इससे कई ट्रेडर्स शॉर्ट पोज़िशन लेते हैं, यानी वे बाजार में बिकवाली करने की योजना बनाते हैं ताकि गिरावट से मुनाफा कमा सकें।

कैसे उपयोग करें Bearish Engulfing Pattern ?

इस पैटर्न का उपयोग करते समय, कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है:

  1. ट्रेंड की पहचान
    बियरिश एंगल्फ़िंग पैटर्न तभी सही होता है जब यह एक अपट्रेंड के बाद बनता है। इसलिए, पहले यह सुनिश्चित करें कि बाजार में तेजी का रुझान था और इस पैटर्न के बनने के बाद विक्रेता हावी हो रहे हैं।

  2. अन्य संकेतकों के साथ मिलाकर उपयोग
    इस पैटर्न को अन्य तकनीकी संकेतकों, जैसे कि मूविंग एवरेज या रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) के साथ मिलाकर देखा जाना चाहिए। इससे आप बाजार की सटीक दिशा का पूर्वानुमान लगा सकते हैं।

  3. बड़े ट्रेडिंग वॉल्यूम
    अगर यह पैटर्न बड़े ट्रेडिंग वॉल्यूम के साथ आता है, तो इसे अधिक मजबूत माना जाता है। यानी, अधिक निवेशक इस ट्रेंड रिवर्सल में विश्वास कर रहे होते हैं, और बाजार में बिकवाली का दबाव तेजी से बढ़ रहा होता है।

  4. चार्ट पैटर्न के साथ विश्लेषण
    इस पैटर्न का सही से उपयोग करने के लिए चार्ट के अन्य पैटर्न और संकेतकों का विश्लेषण भी आवश्यक है। केवल इस पैटर्न पर निर्भर रहना सही निर्णय नहीं हो सकता।

Bearish Engulfing Pattern

Bearish Engulfing Pattern का उदाहरण

मान लीजिए कि किसी स्टॉक की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, और पहले दिन एक छोटी बुलिश कैंडल बनती है, जो दर्शाती है कि बाजार में खरीदार हावी हैं। लेकिन अगले दिन एक लंबी बियरिश कैंडल बनती है, जो पहली कैंडल को पूरी तरह से ढक लेती है। इसका मतलब है कि विक्रेताओं ने बाजार पर नियंत्रण कर लिया है, और यह इस बात का संकेत है कि अब कीमतें गिर सकती हैं।

निष्कर्ष

 Bearish Engulfing Pattern तकनीकी विश्लेषण में एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जो बाजार में बिकवाली के दबाव को दर्शाता है। यह पैटर्न संभावित ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देता है और ट्रेडर्स इसका उपयोग शॉर्ट पोज़िशन लेने के लिए करते हैं। हालांकि, इसका सही उपयोग करने के लिए इसे अन्य तकनीकी संकेतकों और चार्ट पैटर्न के साथ मिलाकर देखना जरूरी होता है।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *