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NUMALI GARH REFINERY

असम की नुमालीगढ़ रिफाइनरी से बांग्लादेश को डीजल निर्यात जारी, संकट का असर नहीं निर्यात पर संकट का कोई प्रभाव नहीं


असम स्थित नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड(NRL) के चेयरमैन रंजीत रथ ने 14 सितंबर को कहा कि देश में मौजूदा संकट के बावजूद बांग्लादेश को डीजल का निर्यात अप्रभावित है। NRL, जो कि सरकारी ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) की सहायक कंपनी है, बांग्लादेश को पाइपलाइन के जरिए डीजल सप्लाई करती है। उन्होंने बताया कि इसके लिए लेटर ऑफ क्रेडिट पहले ही जारी कर दिया गया है।

पाइपलाइन से होती है डीजल आपूर्ति


असम की यह रिफाइनरी बांग्लादेश के सिलीगुड़ी मार्केटिंग टर्मिनल को असम के पारबतीपुट से जोड़ने वाली पाइपलाइन के माध्यम से डीजल की सप्लाई करती है। NRL के प्रबंध निदेशक भास्कर ज्योति फुकन ने अगस्त में कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि बांग्लादेश के साथ व्यापारिक संबंध किसी संकट से प्रभावित नहीं होंगे, क्योंकि दोनों देशों के बीच मजबूत व्यापारिक रिश्ते हैं।

रिफाइनरी विस्तार की योजनाएं पटरी पर


रथ ने यह भी बताया कि कंपनी की रिफाइनरी विस्तार योजनाएं सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं और ये दिसंबर 2025 तक पूरी हो जाएंगी। NRL अपनी रिफाइनरी की क्षमता को मौजूदा 6 मिलियन टन प्रति वर्ष से बढ़ाकर 9 MTPA (Million Tons Per Annum) कर रही है, ताकि भारत की बढ़ती energy जरूरतों को पूरा किया जा सके।

पारादीप में टर्मिनल और 1640 किमी लंबी पाइपलाइन


रिफाइनरी विस्तार के साथ-साथ, NRL ओडिशा के पारादीप तट पर एक नया कच्चे तेल का import terminal स्थापित कर रही है। यह टर्मिनल 1,640 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन के जरिए कच्चे तेल को असम के गोलाघाट जिले में स्थित NRL के गृह बेस नुमालीगढ़ तक पहुंचाएगा।

जैव ईंधन रिफाइनरी भी होगी स्थापित


NRL देश की पहली जैव ईंधन रिफाइनरी स्थापित करने की योजना पर भी काम कर रही है। इस रिफाइनरी में बांस को फीडस्टॉक के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। हालांकि, जब उनसे 2जी इथेनॉल के लिए सरकार की नई मूल्य निर्धारण प्रणाली पर सवाल किया गया, तो उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि सरकार ही इस पर फैसला लेगी।

ऑयल इंडिया का 75 कुओं की खुदाई का लक्ष्य


रंजीत रथ ने यह भी जानकारी दी कि ऑयल इंडिया ने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 75 से अधिक नए कुओं की खुदाई का लक्ष्य रखा है, जबकि पिछले वर्ष कंपनी ने 61 कुओं की खुदाई की थी।

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