एशियाई बाजारों का प्रभाव: वॉल स्ट्रीट की रैली का ठहराव
आज 21 अगस्त प्री मार्केट के हाल, एशियाई बाजारों में हाल ही में गिरावट देखी गई है, जो वॉल स्ट्रीट की आठ दिन की रैली के रुकने से प्रभावित रही। निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक के मिनट्स और जैक्सन होल आर्थिक संगोष्ठी में फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण से पहले सतर्क नजर आ रहे हैं। इन प्रमुख आर्थिक घटनाओं से बाजार में अस्थिरता और चिंता बढ़ी हुई है, क्योंकि निवेशक संभावित ब्याज दरों में बदलाव के संकेतों की तलाश कर रहे हैं।
अमेरिकी बाजार का प्रदर्शन: लाल निशान में बंद हुए सूचकांक
अमेरिकी शेयर बाजार ने भी नकारात्मक प्रदर्शन दिखाया, जिसमें डॉव जोंस, एसएंडपी 500, और नैस्डैक कंपोजिट सभी लाल निशान में बंद हुए। यह गिरावट संभावित ब्याज दरों में कटौती की आशंका के कारण हुई है। निवेशकों की चिंता का मुख्य कारण यह है कि ब्याज दरों में किसी भी प्रकार की कटौती से आर्थिक विकास पर असर पड़ सकता है, जिससे बाजारों में अस्थिरता बढ़ सकती है।
जापान के व्यापार आंकड़े: निर्यात में धीमी वृद्धि
जापान के हाल के व्यापार आंकड़े भी निराशाजनक रहे। निर्यात की वृद्धि अपेक्षानुसार धीमी रही, जबकि आयात में पूर्वानुमान से अधिक वृद्धि देखी गई। इसके परिणामस्वरूप, जापान का व्यापार घाटा अनुमान से अधिक हो गया। इस स्थिति ने जापानी अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ा दिया है, जिससे निवेशकों के मन में अनिश्चितता और भी गहरा गई है।
तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव: मिश्रित गतिविधि
तेल की कीमतों में भी मिश्रित गतिविधि देखी गई। ब्रेंट क्रूड की कीमतों में मामूली वृद्धि हुई, जबकि अमेरिका में कच्चे तेल के भंडार बढ़ने के कारण यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड में गिरावट आई। तेल की कीमतों में यह अस्थिरता वैश्विक ऊर्जा बाजारों में अनिश्चितता का संकेत देती है, जिससे निवेशक अपने निवेश निर्णयों में सतर्कता बरत रहे हैं।
अमेरिकी डॉलर और ट्रेजरी यील्ड्स: दबाव में अमेरिकी मुद्रा
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के आगामी भाषण से पहले अमेरिकी डॉलर ने सात महीने का निचला स्तर छुआ। निवेशकों को उम्मीद है कि सितंबर में ब्याज दरों में कटौती हो सकती है, जिसके कारण अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड्स में भी काफी गिरावट आई है। डॉलर की इस कमजोरी से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बाजारों में भी अस्थिरता बढ़ने की संभावना है।
आगामी घटनाओं पर ध्यान: फेड मिनट्स और पॉवेल का भाषण
निवेशक अब फेडरल रिजर्व की बैठक के मिनट्स और पॉवेल के भाषण का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, ताकि अमेरिकी दर में संभावित कटौती के संकेत मिल सकें। इन घटनाओं से मिलने वाले संकेत बाजार की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए निवेशकों की नजरें इन पर टिकी हुई हैं।
ध्यान देने योग्य स्टॉक्स: प्रतिबंध अवधि में प्रतिभूतियां
आज कुछ प्रमुख कंपनियों की प्रतिभूतियां प्रतिबंध अवधि में हैं, जिनमें आरती इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला फैशन, बंधन बैंक, हिंदुस्तान कॉपर, और नेशनल एल्युमीनियम शामिल हैं। इन कंपनियों की प्रतिभूतियों पर लगे प्रतिबंध से संबंधित गतिविधियों पर भी निवेशकों की नजर बनी हुई है।