चुनाव से पहले ब्याज दर में कटौती का फैसला
फेडरल रिजर्व बुधवार को चार साल में पहली बार ब्याज दर में कटौती करने की घोषणा कर सकता है। यह फैसला ऐसे वक्त लिया जा रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में सिर्फ दो महीने का समय बाकी है। फेड चेयर जेरोम पॉवेल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हाल के हफ्तों में इशारा किया है कि दरों में कटौती इस महीने संभव है, क्योंकि मुद्रास्फीति अब बैंक के 2% के लक्ष्य के करीब पहुंच रही है और श्रम बाजार में भी सुस्ती दिख रही है।
फेडरल रिजर्व का मुख्य उद्देश्य स्थिर कीमतों और अधिकतम रोजगार को बनाए रखना है, और यह केवल आर्थिक आंकड़ों के आधार पर ही दरों में बदलाव करता है। हालांकि, चुनाव के करीब यह कटौती पॉवेल के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है, खासकर जब डोनाल्ड ट्रम्प और कमला हैरिस के बीच चुनावी मुकाबला जारी है।
कितनी होगी ब्याज दर कटौती?
फेड की मंगलवार और बुधवार को होने वाली नीति बैठक में चर्चा होगी कि ब्याज दर में 25 या 50 आधार अंकों की कटौती की जाए। किसी भी तरह की कटौती फेड की ओर से मार्च 2020 के बाद पहली होगी, जब कोविड-19 महामारी के दौरान अमेरिकी अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए दरों को लगभग शून्य तक गिरा दिया गया था।
फेड ने 2022 में ब्याज दरों में बढ़ोतरी शुरू की थी, जब महामारी के बाद सप्लाई चेन में रुकावट और यूक्रेन युद्ध की वजह से मुद्रास्फीति तेजी से बढ़ी थी। पिछले 14 महीनों से फेड ने अपनी मुख्य ब्याज दर को 5.25% से 5.50% के बीच स्थिर रखा है, ताकि अर्थव्यवस्था के हालात सुधर सकें।
अब क्यों हो रही है कटौती?
अब, मुद्रास्फीति में गिरावट और श्रम बाजार में ठंडक के चलते फेड मानता है कि ब्याज दर में कटौती का सही समय आ गया है। फेड के सामने दो विकल्प हैं: या तो 25 आधार अंकों की छोटी कटौती की जाए, जो सुरक्षित मानी जा रही है, या फिर 50 आधार अंकों की अधिक आक्रामक कटौती की जाए, जो श्रम बाजार के लिए बेहतर हो सकती है, लेकिन इससे मुद्रास्फीति दोबारा बढ़ने का खतरा भी हो सकता है।
विश्लेषकों का अनुमान
अधिकांश विश्लेषक मानते हैं कि फेड 25 आधार अंकों की कटौती करेगा। बैंक ऑफ अमेरिका के अर्थशास्त्रियों ने इसे सबसे सुरक्षित दांव बताया है। इससे बाजार में स्थिरता रहेगी और अर्थव्यवस्था को संतुलित करने का मौका मिलेगा। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इसके बाद नवंबर में और कटौतियां की जा सकती हैं, अगर आर्थिक हालात इसके लिए इशारा करते हैं।
फेड इस बुधवार को अपनी नीति समिति की रिपोर्ट भी जारी करेगा, जिसमें यह साफ होगा कि आगे कितनी और कटौतियों की उम्मीद की जा सकती है। गोल्डमैन सैक्स के मुख्य अर्थशास्त्री के मुताबिक, 2024 में तीन और कटौतियों की संभावना है, जिससे फेड की उधार दर 3.5% से 3.75% के बीच आ सकती है।