भारतीय शेयर बाजार का मिलाजुला रुख: क्या कहता है ग्लोबल सिनेरियो?
भारतीय शेयर बाजार के आज मिलाजुला रुख के साथ खुलने की संभावना है। एशियाई बाजारों में सपाट रुख देखने को मिला, जबकि अमेरिकी शेयर बाजार में फेडरल रिजर्व की दर कटौती के बाद सकारात्मक रुख बना रहा। इस वैश्विक घटनाक्रम का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा, जिससे निफ्टी 50 ने नया रिकॉर्ड दर्ज किया और पूरे सप्ताह में तेजी का माहौल बना रहा।
वैश्विक संकेत: कच्चे तेल की कीमतों का असर
भारतीय शेयर बाजार पर कच्चे तेल की कीमतों, वैश्विक माइक्रो डेटा और मासिक ऑटो बिक्री का असर देखने को मिला। अमेरिकी बाजार मजदूर दिवस के अवसर पर बंद रहे, जिससे आगे के संकेत के लिए वैश्विक बाजार की दिशा पर नजर बनी रहेगी। पिछले सप्ताह टेक शेयरों ने अमेरिकी बाजार में बढ़त दर्ज की, जिससे निवेशकों में उत्साह बढ़ा।
भारतीय अर्थव्यवस्था के संकेतक: GDP और GST संग्रह
भारत की GDP विधि Q1 में धीमी होकर 6.7% रही, जबकि अगस्त में GST संग्रह 10% बढ़ा। NSE ने एक बड़ा बदलाव करते हुए 30 शेयरों को फ्यूचर एंड ऑप्शंस से बाहर रखा है, जिससे बाजार में हलचल देखी जा रही है।
निफ्टी 50 और बैंक निफ्टी का प्रदर्शन: रिकॉर्ड और संघर्ष
लगातार 12 दिनों तक तेजी दिखाते हुए निफ्टी 50 ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है, जो 1993 के बाद पहली बार हुआ है। निफ्टी 50 इंडेक्स 23 जुलाई के 21281 के निचले स्तर से लगभग 4000 अंक ऊपर आ चुका है। वहीं, बैंक निफ्टी अभी भी अपनी अधिकतम ऊंचाई को नहीं छू पाया है, लेकिन संघर्ष करते हुए ऊपर की दिशा में बढ़ रहा है। बैंक निफ्टी 51450 के स्तर को छूकर नीचे फिसल गया, क्योंकि HDFC बैंक में बिकवाली देखने को मिली, जिसका दबाव यह सह नहीं सका। फिर भी, बैंक निफ्टी 51350 के स्तर पर बंद हुआ, जो लगातार तीसरा साप्ताहिक लाभ है।
ऑप्शन डाटा की संभावना: निफ्टी का रुझान
निफ्टी की कॉल ऑप्शन डाटा को देखते हुए यह पता चलता है कि सबसे ज्यादा 26000 की स्ट्राइक पर ओपन इंटरेस्ट बना हुआ है, जो एक महत्वपूर्ण रजिस्टेंस के रूप में काम कर रहा है। 25800 की स्ट्राइक पर भी महत्वपूर्ण कॉल राइटिंग हुई है। सपोर्ट की बात करें तो यह 25000 के स्तर पर बना हुआ है, और 25200 पर एक महत्वपूर्ण पुट राइटिंग देखी गई है, जो निफ्टी के समर्थन स्तर को मजबूत बनाती है।
निष्कर्ष:
भारतीय शेयर बाजार के आज के मिलाजुला रुख और ग्लोबल सिनेरियो के प्रभाव को देखते हुए, निवेशकों के लिए सतर्कता और सूझबूझ से काम लेना जरूरी है। निफ्टी 50 और बैंक निफ्टी दोनों ही महत्वपूर्ण स्तरों पर हैं, और अगले कुछ दिनों में इनकी दिशा का निर्धारण महत्वपूर्ण हो सकता है। ऑप्शन डाटा से मिले संकेतों को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को अपने निवेश फैसले लेने चाहिए।