म्यूचुअल फंड्स की टॉप 5 कंपनियों में बड़ी हिस्सेदारी जानिए क्यों रिटेल निवेशक भी इन्हें पसंद करते हैं
जब म्यूच्यूअल फंड्स किसी कंपनी में निवेश करते हैं, तो रिटेल निवेशक भी उस कंपनी के शेयरों में रुचि दिखाने लगते हैं। इसकी वजह साफ है—म्यूचुअल फंड्स किसी भी कंपनी में यूं ही निवेश नहीं करते। पहले वे कंपनी की बारीकी से जांच-पड़ताल करते हैं, उसका फंडामेंटल एनालिसिस करते हैं, और कंपनी के विज़न और मिशन को समझने के बाद ही उसमें निवेश करते हैं।
आज हम आपको 5 ऐसी कंपनियों के नाम बताएंगे, जिनमें म्यूचुअल फंड्स की बड़ी हिस्सेदारी है।
1. करूर वैश्य बैंक
करूर वैश्य बैंक भारत की एक पुरानी और प्रतिष्ठित बैंक है, जिसकी स्थापना 1916 में हुई थी। मार्च 2023 तक, इस बैंक का कारोबार ₹1,40,806 करोड़ तक पहुंच गया था और इसकी 799 शाखाएँ हैं। म्यूचुअल फंड्स ने इस बैंक में 57.80% की हिस्सेदारी ले रखी है, जो इसे निवेशकों के लिए एक मजबूत विकल्प बनाता है।
2. कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड
कल्पतरु पावर, पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रिब्यूशन, ऑयल और गैस पाइपलाइन, रेलवे और सिविल के कारोबार में सक्रिय है। म्यूचुअल फंड्स ने इस कंपनी में 42.60% की हिस्सेदारी ले रखी है। इस कंपनी का विविध और स्थिर बिजनेस मॉडल इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है।
3. क्रॉम्पटन ग्रीव्स कंस्यूमर इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड
क्रॉम्पटन ग्रीव्स कंस्यूमर इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड, मुंबई स्थित एक प्रमुख भारतीय विद्युत उपकरण निर्माता कंपनी है। यह कंपनी LED लाइट, पंखे, पंप, हीटर, एयर कूलर और रसोई के उपकरणों के उत्पादन में सक्रिय है। म्यूचुअल फंड्स ने इस कंपनी में 42.30% की हिस्सेदारी ले रखी है, जो इसे एक मजबूत निवेश विकल्प बनाता है।
4. गेटवे डिस्ट्रीपार्क्स लिमिटेड
गेटवे डिस्ट्रीपार्क्स एक व्यापक इंटरमॉडल लॉजिस्टिक्स सर्विस प्रोवाइडर है। इस कंपनी का देशभर में व्यापक इन्फ्रास्ट्रक्चर है, जिसमें नौ इनलैंड कंटेनर डिपो और कंटेनर फ्रेट स्टेशन शामिल हैं। म्यूचुअल फंड्स ने इस कंपनी में 41.40% की हिस्सेदारी ले रखी है, जो इसे लॉजिस्टिक्स सेक्टर में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाता है।
5. इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक लिमिटेड
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक भारत के सबसे बड़े स्मॉल फाइनेंस बैंकों में से एक है। यह बैंक 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 922 स्थानों पर अपनी सेवाएं प्रदान करता है। म्यूचुअल फंड्स ने इस बैंक में 38.40% की हिस्सेदारी ले रखी है, जो इसे फाइनेंस सेक्टर में एक मजबूत और स्थिर विकल्प बनाता है।
Conclusion –
म्यूचुअल फंड्स द्वारा इन 5 कंपनियों में की गई बड़ी हिस्सेदारी दर्शाती है कि ये कंपनियां मजबूत और स्थिर निवेश विकल्प हैं। चाहे आप रिटेल निवेशक हों या संस्थागत निवेशक, इन कंपनियों के फंडामेंटल्स और भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखकर निवेश करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें
निवेश से संबंधित कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहद महत्वपूर्ण है। यह लेख निवेश विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों की जानकारी पर आधारित है, इसलिए निवेश करने से पहले अपनी व्यक्तिगत स्थिति के अनुसार विशेषज्ञ की सलाह लेना समझदारी होगी।