रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं वार्षिक आम बैठक एआई और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े कदम
रिलायंस इंडस्ट्रीज की 47वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में, चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 29 अगस्त को कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जो कंपनी के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं। इस बैठक में एआई-आधारित डिजिटल पेशकशों और हरित ऊर्जा के क्षेत्र में कंपनी की योजनाओं को प्रस्तुत किया गया, जिससे भारत के तकनीकी और आर्थिक विकास में रिलायंस की भूमिका और भी मजबूत हो गई है।
मुख्य घोषणाएं और पहलें
1. एआई और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर
- जियो का योगदान: जियो ने दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल डेटा कंपनी के रूप में अपनी पहचान बनाई है, जिसके पास 490 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं। यह नेटवर्क वैश्विक मोबाइल ट्रैफ़िक का लगभग 8% वहन करता है, जो इसे डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का एक मजबूत आधार बनाता है।
- एआई में निवेश: रिलायंस ने एआई-नेटिव डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है, जिसका उद्देश्य हर भारतीय को एआई के लाभों से जोड़ना है। यह वही दृष्टिकोण है जिसे कंपनी ने ब्रॉडबैंड के मामले में अपनाया था।
- जियो ब्रेन और AI-रेडी डेटा सेंटर: “जियो ब्रेन” नामक एक उपकरणों का सूट विकसित किया जा रहा है, जिसे रिलायंस की विभिन्न कंपनियों में लागू किया जाएगा। इसके अलावा, जामनगर में गीगावाट स्केल का एक एआई-रेडी डेटा सेंटर स्थापित किया जा रहा है, जो कंपनी की डिजिटल क्षमताओं को और मजबूत करेगा।
2. हरित ऊर्जा और उन्नत विनिर्माण
- सौर पीवी मॉड्यूल: इस साल के अंत तक सौर पीवी मॉड्यूल का उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है, जो हरित ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- बैटरी विनिर्माण: जामनगर में एक उन्नत बैटरी विनिर्माण सुविधा का निर्माण शुरू हो गया है, जिसकी उत्पादन क्षमता 30 गीगावॉट प्रति वर्ष होगी।
- नई ऊर्जा पहल: रिलायंस एक पायलट परियोजना के तहत 1,000 एकड़ बंजर भूमि पर एकीकृत सीबीजी संयंत्र स्थापित कर रही है, जो हरित ऊर्जा की दिशा में कंपनी के प्रयासों को दर्शाता है।
3. रिलायंस रिटेल और मीडिया
- रिलायंस रिटेल: रिलायंस रिटेल अब स्टोर की संख्या के मामले में शीर्ष-5 वैश्विक खुदरा विक्रेताओं में से एक बन गई है। कंपनी ने 19,000 से अधिक स्टोर स्थापित किए हैं, जो 7,000 से अधिक शहरों में फैले हुए हैं।
- मीडिया और मनोरंजन: डिज्नी के साथ साझेदारी को भारत के मनोरंजन उद्योग में एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। कंपनी कंटेंट निर्माण को डिजिटल स्ट्रीमिंग के साथ जोड़ने की योजना बना रही है, जो इसे और भी आकर्षक बनाएगी।
भविष्य की योजनाएँ
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अगले तीन से चार वर्षों में अपने राजस्व और EBITDA को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने जामनगर को अपने नए ऊर्जा उद्योग का केंद्र बनाने की योजना बनाई है, जो 2025 तक पूरी हो जाएगी। इसके अलावा, कंपनी अपने O2C (ऑयल टू केमिकल्स) व्यवसाय में नई सुविधाएँ जोड़ने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
निष्कर्ष
मुकेश अंबानी की ये घोषणाएं न केवल रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि भारत के तकनीकी और आर्थिक विकास में भी कंपनी की प्रमुख भूमिका को और मजबूत करती हैं। कंपनी डिजिटल और एआई के क्षेत्र में आगे बढ़ने के साथ-साथ हरित ऊर्जा और उन्नत विनिर्माण में भी बड़े निवेश कर रही है, जो इसे आने वाले समय में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाएगा।