अडानी पोर्ट्स और कोल इंडिया निवेश के लिए सकारात्मक संकेत
अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी, शेयर अडानी पोर्ट्स, ने हाल ही में निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत दिए हैं। कंपनी ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट को नजरअंदाज करते हुए स्पष्ट किया है कि वो किसी भी नकारात्मक रिपोर्ट से प्रभावित नहीं होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि अडानी पोर्ट्स भविष्य में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकती है, और इसने भारतीय निवेशकों के आत्मविश्वास को भी मजबूत किया है। इसके साथ ही, एक और स्टॉक पर ध्यान देने की सलाह दी जा रही है, जो है कोल इंडिया।
कोल इंडिया निवेश के अवसर
कोल इंडिया (Coal India) को घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विस द्वारा 600 रुपये का टार्गेट प्राइस दिया गया है। वर्तमान में इसका लॉस्ट ट्रेड प्राइस 523 रुपये (NSE) है। मोतीलाल ओसवाल ने बताया कि पिछले एक साल में इस स्टॉक ने 100% से अधिक का रिटर्न दिया है।
कोल इंडिया के प्रमुख आंकड़े:
- EBITDA: Q1FY25 में 17% की QoQ (पूर्वानुमान से ऊपर) वृद्धि।
- PAT: EBITDA में वृद्धि के कारण, Q1FY25 में 26% QoQ की वृद्धि।
- उत्पादन: 1QFY25 के लिए उत्पादन 189 मिलियन टन, जो कि साल-दर-साल +8% अधिक है।
- लक्ष्य: वित्त वर्ष 2015 में 838 मिलियन टन का उत्पादन और कुल मात्रा के ~15% पर ई-नीलामी के तहत प्रेषण।
मोतीलाल ओसवाल के अनुसार, मजबूत वॉल्यूम आउटलुक, स्वस्थ ई-नीलामी प्रीमियम और कम लागत के कारण FY24-26E में 6% PAT CAGR की उम्मीद की जा रही है। मेटल और माइनिंग सेक्टर में कोल इंडिया एक शीर्ष पसंद बनी हुई है।
अडानी पोर्ट्स: रिटर्न की संभावना
अडानी पोर्ट्स के लिए एक 1,850 रुपये का टार्गेट प्राइस सेट किया गया है। वर्तमान में इसका लॉस्ट ट्रेड प्राइस 1,501 रुपये (NSE) है। इस स्टॉक में 20% रिटर्न की संभावना जताई जा रही है। वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही का प्रदर्शन अनुमान के अनुसार रहा है, और उम्मीद की जा रही है कि अडानी पोर्ट्स भारत के कार्गो वॉल्यूम में 2-3 गुना वृद्धि दर्ज करेगा।
अस्वीकरण: इस लेख में निवेश विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों की तरफ से दी गई जानकारी के आधार पर सुझाव दिए गए हैं। निवेश से जुड़े किसी भी फैसले से पहले, कृपया एक प्रमाणित विशेषज्ञ से सलाह लें।