सुजलॉन एनर्जी यूनियन बजट 2024 के बाद शेयर मार्केट में हलचल
यूनियन बजट 2024 पेश होने के बाद शेयर बाजार में काफी उथल-पुथल मची हुई है, जिससे स्टॉक्स के भाव में उतार-चढ़ाव हो रहा है। इस समय कंपनियों के तिमाही नतीजे और ब्रोकरेज हाउस की रेटिंग्स, स्टॉक्स पर विशेष प्रभाव डाल रहे हैं। इस बीच, सुजलॉन एनर्जी एक ऐसा स्टॉक है जो हालिया तिमाही नतीजों के बाद चर्चा में है।
गुरुवार को सुजलॉन के शेयर 1.25% की बढ़त के साथ 61.50 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। पिछले पांच ट्रेडिंग सेशंस में सुजलॉन के शेयरों में 12% की वृद्धि देखी गई है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशियल ने सुजलॉन एनर्जी के शेयर का टारगेट प्राइस बढ़ाकर 71 रुपये कर दिया है।
सुजलॉन एनर्जी के तिमाही नतीजे और ब्रोकरेज हाउस की रेटिंग
जेएम फाइनेंशियल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सुजलॉन ने जून 2024 को समाप्त पहली तिमाही के अच्छे नतीजे पोस्ट किए हैं, जिसके चलते शेयर प्राइस में उछाल आई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कंपनी की हायर एक्जीक्यूशन, हेल्दी ऑर्डर बुक, और मजबूत बैलेंस शीट जैसे कारकों के कारण सुजलॉन विकास के अगले स्तर की ओर बढ़ रही है।
सुजलॉन की ऑर्डर बुक और भविष्य की योजनाएं
सुजलॉन एनर्जी ने वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 3,817 मेगावाट की सबसे बड़ी ऑर्डर बुक बनाई है। यह ऑर्डर बुक 1QFY24 में 1,433 मेगावाट से बड़ी है और इसमें 88% 3MW सीरीज़, 66% C&I कस्टमर और 67% नॉन-EPC स्कोप शामिल हैं। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 25 और उसके बाद एक हेल्दी ऑर्डर बुक करना है।
सुजलॉन एनर्जी की वर्तमान ऑर्डर बुक वित्त वर्ष 26 तक के लिए है, जिसमें एक बड़ा हिस्सा वित्त वर्ष 25 के दौरान वितरित किया जाएगा। सुजलॉन का मानना है कि वित्त वर्ष 25 में देशभर में 5.0-5.5GW परियोजनाओं के चालू होने की उम्मीद है। इसके अलावा, भारत 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें 100 गीगावाट विंड एनर्जी क्षमता शामिल है।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा की रिपोर्ट
दूसरी ओर, घरेलू ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कंपनी के ऑर्डर इनफ्लो और मुनाफे में तेजी को पहले ही शामिल कर लिया गया है। इसके आधार पर उन्होंने 64 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ स्टॉक को डाउनग्रेड कर ‘होल्ड’ कर दिया है।
सुजलॉन एनर्जी के वित्तीय प्रदर्शन
सुजलॉन एनर्जी ने जून 2024 को समाप्त तिमाही के लिए अपने कंसोलिडेट नेट प्रॉफिट में 200% की सालाना वृद्धि दर्ज की है, जो 302 करोड़ रुपये है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही में यह 101 करोड़ रुपये था। कंपनी के शेयरों ने पिछले एक साल में 231% का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है, जबकि पिछले 6 महीनों में शेयर में 64% की उछाल आई है।