3 सितंबर को नौसेना रक्षा ऑर्डर की घोषणा के बाद प्रमुख शिपयार्ड कंपनियों के शेयरों में 6% तक की वृद्धि
3 सितंबर को मजगांव डॉक और कोचिंग शिपयार्ड जैसी प्रमुख कंपनियों के शेयरों में 6% तक की वृद्धि देखने को मिली, क्योंकि रक्षा मंत्रालय ने बड़े नौसेना ऑर्डर की घोषणा की। सीएनबीसी आवाज के सूत्रों के हवाले से पता चला कि रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने 7 नौसेना युद्धपोतों के ऑर्डर सहित 1.3 लाख करोड़ रुपये के सौदे को मंजूरी देने की उम्मीद जताई है, जिसमें अनुमानित राशि 70,000 करोड़ रुपये हो सकती है।
शिपयार्ड कंपनियों और बाजार पर प्रभाव:
खबरों की पुष्टि के बाद, मजगांव डॉक (MAZDOC) शिप बिल्डिंग के शेयर 6% की बढ़त के साथ ₹4448 पर ट्रेड कर रहे हैं। कोचिंग शिपयार्ड लिमिटेड के शेयर भी अपने पिछले स्तर से 2.2% की तेजी के साथ ₹1892.45 पर ट्रेड कर रहे हैं। गार्डन रिसर्च शिप बिल्डर्स एंड इंजिनियर्स लिमिटेड के शेयरों में भी उछाल देखा गया है, जो लगभग 5% की बढ़त के साथ ₹1922 पर ट्रेड कर रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएं:
दीर्घकालिक योजनाओं के अनुसार, भारतीय नौसेना के 2027 तक 200 युद्धपोतों का बेड़ा बनने की उम्मीद है। हालांकि, संसाधनों और प्रक्रियाओं की कमी के कारण यह समय पर पूरा नहीं हो पा रहा है। भारतीय संसद की ओर से विशेष रूप से भारतीय नौसेना की क्षमता को बढ़ावा देने की संभावना है, क्योंकि साल के अंत तक तीन अतिरिक्त कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों के स्वदेशी निर्माण के सौदे को मंजूरी मिलने की पूरी संभावना है।
निष्कर्ष:
नौसेना रक्षा ऑर्डर की घोषणा के बाद, प्रमुख शिपयार्ड कंपनियों के शेयरों में महत्वपूर्ण वृद्धि देखने को मिली है। यह ऑर्डर भारतीय नौसेना के बेड़े को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इसके दीर्घकालिक प्रभाव निवेशकों के लिए सकारात्मक हो सकते हैं। आने वाले महीनों में, विशेष रूप से कलवरी श्रेणी की पनडुब्बियों के निर्माण सौदे की मंजूरी, इन कंपनियों की भविष्य की संभावनाओं को और बेहतर बना सकती है।