जुलाई 2024: भारतीय शेयर बाजार में डिस्काउंट ब्रोकरों का दबदबा
जुलाई 2024 में, भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर ट्रेडिंग वॉल्यूम का 67.5% हिस्सा सात प्रमुख डिस्काउंट ब्रोकरों के नियंत्रण में था। ये डिस्काउंट ब्रोकर कम शुल्क पर ट्रेडिंग सेवाएं प्रदान करते हैं और खुदरा निवेशकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। आइए जानें इन शीर्ष सात डिस्काउंट ब्रोकरों के बारे में:
1. ज़ेरोधा (Zerodha)
ज़ेरोधा भारत का सबसे बड़ा डिस्काउंट ब्रोकर है और इसका NSE वॉल्यूम में सबसे बड़ा हिस्सा है। यह ब्रोकर अपने किफायती ब्रोकरेज शुल्क और उपयोगकर्ता-अनुकूल प्लेटफॉर्म के लिए जाना जाता है। ज़ेरोधा ने खुदरा निवेशकों के बीच अपनी पकड़ को मजबूत किया है, जो इसके सरल और प्रभावी इंटरफेस का परिणाम है।
2. अपस्टॉक्स (Upstox)
अपस्टॉक्स भी एक प्रमुख डिस्काउंट ब्रोकर है जो किफायती दरों पर ट्रेडिंग सेवाएं प्रदान करता है। इसका मार्केट शेयर, खासकर युवा निवेशकों के बीच, तेजी से बढ़ रहा है। अपस्टॉक्स की आकर्षक सुविधाओं और सहज इंटरफेस ने इसे निवेशकों का पसंदीदा बना दिया है।
3. एंजेल वन (Angel One)
पहले एंजेल ब्रोकिंग के नाम से जाना जाने वाला एंजेल वन NSE वॉल्यूम में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह ब्रोकर अपनी विविध सेवाओं और उपयोगकर्ता-अनुकूलता के लिए जाना जाता है, जिसने इसे खुदरा निवेशकों के बीच लोकप्रिय बना दिया है।
4. 5पैसा (5Paisa)
5पैसा अपनी किफायती सेवाओं और सरल इंटरफेस के लिए प्रसिद्ध है। इस डिस्काउंट ब्रोकर ने खुदरा निवेशकों के बीच मजबूत पैठ बनाई है, जिससे यह NSE वॉल्यूम में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गया है।
5. ग्रो (Groww)
ग्रो एक तेजी से उभरता हुआ डिस्काउंट ब्रोकर है, जो विशेष रूप से मिलेनियल्स और नए निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रहा है। ग्रो का फोकस सरलता और उपयोग में आसानी पर है, जिससे यह तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और NSE वॉल्यूम में इसका योगदान बढ़ रहा है।
6. आईसीआईसीआई डायरेक्ट (ICICI Direct)
आईसीआईसीआई डायरेक्ट एक प्रमुख वित्तीय सेवा प्रदाता है जो डिस्काउंट ब्रोकिंग सेवाएं भी प्रदान करता है। इसकी मजबूत बैंकिंग पृष्ठभूमि और व्यापक सेवाओं ने इसे खुदरा निवेशकों के बीच एक भरोसेमंद नाम बना दिया है। आईसीआईसीआई डायरेक्ट का NSE वॉल्यूम में भी महत्वपूर्ण हिस्सा है।
7. एचडीएफसी सिक्योरिटीज (HDFC Securities)
एचडीएफसी सिक्योरिटीज एक अन्य प्रमुख खिलाड़ी है, जो अपने ग्राहकों को एकीकृत और किफायती ब्रोकिंग सेवाएं प्रदान करता है। एचडीएफसी बैंक की व्यापक पहुंच और मजबूत ब्रांड वैल्यू ने इसे NSE वॉल्यूम में एक महत्वपूर्ण हिस्सेदार बना दिया है।
खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी
इन सातों डिस्काउंट ब्रोकरों ने कुल मिलाकर NSE के ट्रेडिंग वॉल्यूम का 67.5% नियंत्रित किया, जो भारतीय शेयर बाजार में खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है। इनके बढ़ते प्रभाव का एक प्रमुख कारण मोबाइल एप्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का व्यापक उपयोग है। ये ब्रोकर अपने ग्राहकों को सुविधाजनक और सस्ती सेवाएं प्रदान करके, खासकर युवा और नए निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं।
यह प्रवृत्ति इस बात का संकेत है कि भारतीय शेयर बाजार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ रही है, और ये डिस्काउंट ब्रोकर इस बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।