दिसंबर 2024 में FPI का निवेश खरीदारी और बिकवाली का पूरा विश्लेषण
दिसंबर 2024 में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय शेयर बाजार में एक नई निवेश रणनीति अपनाई। उन्होंने कुछ सेक्टर्स में भारी निवेश किया, जबकि कुछ सेक्टर्स में बिकवाली कर दी। इसका असर भारतीय बाजार के विभिन्न सेक्टर्स पर साफ देखा गया।
FPI ने खरीदा क्या?
दिसंबर में FPI ने निम्नलिखित सेक्टर्स में सबसे ज्यादा निवेश किया:
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आईटी सेक्टर
- कुल निवेश $1.1 बिलियन
- कारण दिसंबर तिमाही के मजबूत नतीजों की उम्मीद और वैश्विक आईटी कंपनियों के बेहतर प्रदर्शन ने FPI को आकर्षित किया।
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रियल एस्टेट सेक्टर
- कुल निवेश $562 मिलियन
- कारण रियल एस्टेट सेक्टर में बढ़ते कंजम्पशन और अफोर्डेबल हाउसिंग से जुड़ी योजनाओं के चलते निवेश बढ़ा।
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हेल्थकेयर सेक्टर
- कुल निवेश $442 मिलियन
- कारण हेल्थकेयर सेक्टर में नई दवाओं के विकास और मेडिकल टेक्नोलॉजी में वृद्धि ने निवेशकों का ध्यान खींचा।
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कैपिटल गुड्स और फाइनेंशियल सर्विसेज
- दोनों सेक्टर्स में निवेश $368 मिलियन प्रत्येक
FPI ने बेचा क्या?
दिसंबर में FPI ने निम्नलिखित सेक्टर्स में सबसे ज्यादा बिकवाली की:
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ऑयल और गैस सेक्टर
- कुल बिकवाली $1.3 बिलियन
- कारण
- अधिक वैल्यूएशन सेक्टर में बढ़े हुए वैल्यूएशन के चलते FPI ने अपनी हिस्सेदारी घटाई।
- मार्केट वोलैटिलिटी वैश्विक कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण निवेशकों ने इसमें जोखिम देखा।
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ऑटोमोबाइल सेक्टर
- कुल बिकवाली $513 मिलियन
- कारण डिमांड में कमी और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की धीमी प्रगति के कारण FPI ने अपनी पोजीशन कम की।
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कंज्यूमर स्टेपल्स
- कुल बिकवाली: $327 मिलियन
- कारण: उच्च वैल्यूएशन और कम विकास दर के चलते निवेशकों ने इसमें अपनी हिस्सेदारी घटाई।
IT सेक्टर में खरीदारी क्यों बढ़ी?
दिसंबर 2024 में FPI की सबसे बड़ी खरीदारी आईटी सेक्टर में हुई। इसके पीछे मुख्य कारण थे:
- बेहतर ग्रोथ संभावनाएं भारत की बड़ी आईटी कंपनियां वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए हुए हैं, जिससे निवेशकों को लंबी अवधि में ग्रोथ की उम्मीद है।
- ग्लोबल ट्रेंड्स डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और क्लाउड टेक्नोलॉजी की बढ़ती डिमांड ने आईटी कंपनियों की कमाई को बढ़ावा दिया है।
- मजबूत नतीजों की उम्मीद दिसंबर तिमाही में आईटी सेक्टर के अच्छे परिणाम आने की उम्मीद ने निवेश को प्रोत्साहित किया।
ऑयल और गैस सेक्टर से बिकवाली क्यों?
दिसंबर में FPI ने ऑयल और गैस सेक्टर में भारी बिकवाली की। इसके पीछे दो मुख्य कारण थे:
- उच्च वैल्यूएशन इस सेक्टर में पहले से निवेश की गई भारी रकम के चलते वैल्यूएशन काफी बढ़ गए थे, जिससे निवेशकों ने इसमें प्रॉफिट बुकिंग की।
- ग्लोबल कीमतों में अस्थिरता अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने इस सेक्टर को वोलैटाइल बना दिया, जिससे निवेशकों ने जोखिम कम करना उचित समझा।
FPI की दिसंबर 2024 निवेश रणनीति
खरीदारी का फोकस
- ग्रोथ-ओरिएंटेड सेक्टर्स IT, हेल्थकेयर, और रियल एस्टेट जैसे सेक्टर्स में FPI ने निवेश बढ़ाया।
- डिफेंसिव अप्रोच कैपिटल गुड्स और फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे सेक्टर्स में भी उन्होंने अपनी पोजीशन मजबूत की।
बिकवाली का रुख
- वोलैटाइल और उच्च वैल्यूएशन वाले सेक्टर्स ऑयल और गैस, ऑटोमोबाइल, और कंज्यूमर स्टेपल्स में FPI ने अपनी हिस्सेदारी घटाई।
FPI की इस रणनीति से यह साफ है कि निवेशक ग्रोथ-ओरिएंटेड सेक्टर्स को प्राथमिकता दे रहे हैं, जबकि वोलैटाइल और उच्च वैल्यूएशन वाले सेक्टर्स से निकल रहे हैं।