कच्चे तेल में तेजी से Paints और Tyre Stocks को झटका
कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण आज पेंट, टायर, और तेल बेचने वाली कंपनियों के स्टॉक्स में तेज गिरावट देखी गई।
- Brent Crude Oil के दाम 81 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए हैं, जो पिछले तीन महीनों में सबसे ऊंचा स्तर है।
- इससे Asian Paints, Berger Paints, CEAT, और Apollo Tyres जैसे प्रमुख स्टॉक्स दबाव में आ गए।
कच्चे तेल में तेजी के कारण
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अमेरिकी प्रतिबंध (US Sanctions)
- अमेरिका ने रूस की तेल उत्पादक कंपनियों पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।
- इन प्रतिबंधों का उद्देश्य यूक्रेन युद्ध के लिए रूस की फंडिंग को रोकना है।
- इसका परिणाम यह हुआ कि भारत और चीन जैसे बड़े आयातकों को अब मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, और अमेरिका से तेल खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।
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सप्लाई बाधित होने का खतरा
- रूस से तेल की आपूर्ति बाधित होने के कारण वैश्विक स्तर पर तेल की उपलब्धता कम हो गई है, जिससे Brent Crude की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं।
महंगे Crude Oil का असर
1. पेट्रोलियम और एविएशन सेक्टर पर दबाव
- Hindustan Petroleum (HPCL), Indian Oil (IOC), और Bharat Petroleum (BPCL) के शेयरों में 6% तक की गिरावट आई।
- एविएशन इंडस्ट्री की कंपनियों जैसे इंडिगो और स्पाइसजेट के शेयर भी 4% तक टूट गए क्योंकि ईंधन की कीमतें एयरलाइंस के ऑपरेटिंग कॉस्ट का बड़ा हिस्सा होती हैं।
2. पेंट इंडस्ट्री पर असर
- पेंट कंपनियों की इनपुट कॉस्ट का 55-60% हिस्सा कच्चे तेल से संबंधित होता है।
- Asian Paints, Berger Paints, Shalimar Paints, और Akzo Nobel के शेयरों में 3% तक की गिरावट दर्ज की गई।
- यदि तेल की कीमतें ऊंची बनी रहती हैं, तो पेंट कंपनियों की प्रॉफिट मार्जिन पर और दबाव पड़ सकता है।
3. टायर इंडस्ट्री पर असर
- टायर बनाने में इस्तेमाल होने वाले पेट्रोकेमिकल्स और सिंथेटिक रबर कच्चे तेल से बनाए जाते हैं।
- CEAT, Apollo Tyres, और Balkrishna Industries के शेयरों में भी 3% तक की गिरावट देखी गई।
- बढ़ती इनपुट कॉस्ट के चलते टायर कंपनियों के मार्जिन पर असर पड़ सकता है।
क्या निवेशकों को घबराने की जरूरत है?
- जिन कंपनियों की लागत कच्चे तेल पर निर्भर करती है, उनके स्टॉक्स में शॉर्ट टर्म में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
- विशेषज्ञों के अनुसार, लंबी अवधि के निवेशकों को इन स्टॉक्स में गिरावट के दौरान अच्छे स्तरों पर खरीदारी का मौका मिल सकता है।
- अगर तेल की कीमतें स्थिर हो जाती हैं, तो पेंट और टायर कंपनियों की स्थिति में सुधार की उम्मीद है।