भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिली। निफ्टी और सेंसेक्स ने लाल निशान में ओपनिंग की, जिसके बाद बाजार में और ज्यादा बिकवाली देखी गई।
- निफ्टी करीब 200 अंकों की गिरावट के साथ 23,222 पर ट्रेड कर रहा है।
- सेंसेक्स लगभग 800 अंकों की गिरावट के साथ 76,765 पर ट्रेड कर रहा है।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के कारण
1. ग्लोबल सेंटीमेंट्स का असर
शेयर बाजार में इस गिरावट का सबसे बड़ा कारण ग्लोबल सेंटीमेंट को माना जा रहा है।
- शुक्रवार को अमेरिका का रोजगार डेटा जारी हुआ, जिसमें 10 वर्षों के अमेरिकी यील्ड को 14 महीने के उच्चतम स्तर पर दर्शाया गया।
- इस डेटा के आधार पर 2025 में ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हो गई है, जिससे भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षण घटा है।
2. विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली
- 10 जनवरी 2025 तक विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में लगभग 22,000 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की है।
- विदेशी निवेशकों द्वारा लगातार बिकवाली के चलते बाजार पर दबाव बना हुआ है।
3. कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें
- कच्चे तेल की कीमतें पिछले 3 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी हैं।
- तेल के बड़े आयातक देशों जैसे भारत और चीन की आपूर्ति पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
- कच्चे तेल की ऊंची कीमतों से इन्फ्लेशन (मुद्रास्फीति) का खतरा बढ़ गया है, जिससे बाजार में अनिश्चितता बढ़ी है।
4. रुपये में गिरावट
- भारतीय रुपया, डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर हो रहा है और अब 86 रुपये प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर ट्रेड कर रहा है।
- रुपये की इस गिरावट से विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव बढ़ा है और विदेशी निवेश घट रहा है।