क्रेडिटऐक्सेस ग्रामीण के शेयरों में गिरावट
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने अपनी रिपोर्ट में क्रेडिटऐक्सेस ग्रामीण के शेयरों को लेकर नकारात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है। रिपोर्ट के अनुसार, माइक्रोफाइनेंस सेक्टर की प्रमुख कंपनी के शेयरों में मौजूदा स्तर से 40% तक की गिरावट आ सकती है।
गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
शेयर बेचने की सलाह और नया टारगेट प्राइस
- गोल्डमैन सैक्स ने क्रेडिटऐक्सेस ग्रामीण के शेयर पर ‘बेचने (Sell)’ की सलाह दी है।
- कंपनी के लिए नया टारगेट प्राइस 577 रुपये तय किया गया है।
- मंगलवार, 14 जनवरी को यह शेयर 959 रुपये पर बंद हुआ।
- कंपनी का 52-हफ्तों का उच्चतम स्तर 1,736 रुपये है, जहां से यह शेयर अब तक 45% तक गिर चुका है।
डिफॉल्ट के आंकड़े
- MFI (Microfinance Institutions) और रिटेल लोन से जुड़े डिफॉल्ट की समस्या:
- MFI और रिटेल लोन लेने वाले ग्राहकों में से 37% लोग लोन चुकाने में असफल हो रहे हैं।
- इसमें 18 अरब डॉलर के रिटेल लोन और 10 अरब डॉलर के माइक्रोफाइनेंस लोन शामिल हैं।
- रिटेल लोन स्लिपेज:
- मार्च 2024 के बाद से रिटेल लोन में स्लिपेज 1.20% बढ़कर 4.3% तक पहुंच गई है।
शेयर बाजार पर असर
रिपोर्ट के बाद तेज गिरावट
- गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट जारी होने के बाद क्रेडिटऐक्सेस ग्रामीण के शेयरों में तेज गिरावट देखी गई।
- यह शेयर 6.47% गिरकर 897 रुपये पर बंद हुआ।
- निवेशकों में कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और डिफॉल्ट की स्थिति को लेकर चिंता बढ़ गई है।
सरकारी प्रयास और सेक्टर की उम्मीदें
वित्त मंत्रालय की बैठकें
- 7 से 16 जनवरी 2025 के बीच, वित्त मंत्रालय ने फिनटेक और माइक्रोफाइनेंस सेक्टर के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें कीं।
- उद्देश्य
- डिफॉल्ट की समस्या को समझना।
- समाधान के लिए उपयुक्त नीतियां तैयार करना।
बजट 2025 से उम्मीदें
- माइक्रोफाइनेंस सेक्टर को उम्मीद है कि सरकार यूनियन बजट 2025 में:
- इस सेक्टर को समर्थन देने वाली नीतियों को शामिल करेगी।
- डिफॉल्ट दरों को कम करने के उपाय करेगी।
- छोटे वित्तीय संस्थानों के लिए क्रेडिट गारंटी योजनाएं लाएगी।