विप्रो तिमाही परिणाम आय में वृद्धि और डिविडेंड की घोषणा
विप्रो लिमिटेड ने 31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणाम जारी किए हैं। आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी ने इस बार प्रॉफिट में उल्लेखनीय वृद्धि और डिविडेंड की घोषणा की है। हालांकि, शुक्रवार को विप्रो का शेयर 2% गिरावट के साथ ₹281 पर बंद हुआ।
वित्तीय परिणाम की मुख्य बातें
- कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट
- कंपनी ने तिमाही के लिए ₹3,354 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो 24% की वृद्धि है।
- टैक्स के बाद प्रॉफिट में 5% की वृद्धि दर्ज की गई।
- रेवेन्यू में बढ़ोतरी
- तिमाही का कुल राजस्व ₹22,319 करोड़ रहा, जो 0.5% की वृद्धि है।
- सालाना आधार पर रेवेन्यू में 1% की वृद्धि हुई, जो $2.6 बिलियन के बराबर है।
- डिविडेंड की घोषणा
- कंपनी ने ₹6 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया।
- रिकॉर्ड डेट 28 जनवरी 2025।
- डिविडेंड का भुगतान 15 फरवरी 2025 तक कर दिया जाएगा।
- अन्य वित्तीय विवरण
- मार्केट कैप ₹2.95 लाख करोड़।
- प्राइस टू अर्निंग रेशियो (P/E) 23.80।
- बुक वैल्यू ₹81.94।
लंबी अवधि में प्रदर्शन
- कंपनी ने पिछले 5 वर्षों में निवेशकों को 125% का रिटर्न दिया है, जो इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए एक मजबूत विकल्प बनाता है।
विप्रो के शेयर में गिरावट का कारण
- बाजार की समग्र गिरावट
- भारतीय शेयर बाजार में हाल के दिनों में बिकवाली का दबाव देखा जा रहा है।
- निफ्टी और सेंसेक्स दोनों में गिरावट का असर विप्रो के शेयर पर भी पड़ा।
- मामूली रेवेन्यू ग्रोथ
- राजस्व में केवल 0.5% की वृद्धि ने बाजार को ज्यादा प्रभावित नहीं किया।
- IT सेक्टर पर ग्लोबल दबाव
- ग्लोबल मार्केट्स में आईटी सेक्टर की कंपनियों पर दबाव और कमजोर मांग का असर।
विश्लेषण और निवेशकों के लिए सुझाव
- डिविडेंड का लाभ डिविडेंड इनकम चाहने वाले निवेशकों के लिए यह एक आकर्षक विकल्प हो सकता है।
- लंबी अवधि का प्रदर्शन 5 साल में 125% रिटर्न यह दर्शाता है कि विप्रो लंबे समय में अच्छा रिटर्न देने वाली कंपनी है।
- वर्तमान कीमत पर नजर वर्तमान में शेयर की कीमत में गिरावट निवेशकों के लिए एक खरीदारी का अवसर प्रदान कर सकती है।