नेस्ले के सीईओ पद पर बदलाव: मार्क श्नाइडर की विदाई और लॉरेंट फ़्रीक्स की नियुक्ति
परिचय
स्विस खाद्य दिग्गज नेस्ले ने 22 अगस्त को एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें कंपनी के सीईओ मार्क श्नाइडर के इस्तीफे और लॉरेंट फ़्रीक्स की नई नियुक्ति की जानकारी दी गई। श्नाइडर के नेतृत्व में नेस्ले ने कई महत्वपूर्ण परिवर्तन और चुनौतियों का सामना किया, और अब यह देखना होगा कि फ़्रीक्स किस तरह से कंपनी को नई ऊँचाइयों पर ले जाते हैं।
श्नाइडर का कार्यकाल और नेस्ले में बदलाव
मार्क श्नाइडर ने अपने आठ साल के कार्यकाल के दौरान नेस्ले को पारंपरिक श्रेणी-आधारित ढांचे से हटाकर पांच भौगोलिक व्यवसायों वाले मॉडल में तब्दील कर दिया। इस परिवर्तन ने कंपनी को COVID-19 महामारी जैसी बड़ी चुनौतियों से उबरने में मदद की। हालांकि, हाल के समय में नेस्ले को कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जिसमें पूरे साल की बिक्री का कम अनुमान और बढ़ती मूल्य संवेदनशीलता के कारण मूल्य वृद्धि को धीमा करने की आवश्यकता शामिल थी।
प्रतिस्पर्धी और बाजार चुनौतियाँ
श्नाइडर के कार्यकाल में नेस्ले ने मूल्य वृद्धि के बावजूद यूनिलीवर और डैनोन जैसे प्रतिस्पर्धियों से कठिन प्रतिस्पर्धा का सामना किया। महामारी के दौरान की गई मूल्य वृद्धि और यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के प्रभावों के चलते नेस्ले को खोई हुई ग्राहक वफादारी को फिर से पाने में संघर्ष करना पड़ा। इसके बावजूद, श्नाइडर ने नेस्ले को कई मोर्चों पर सफलता दिलाई, जिससे कंपनी की बुनियादी संरचना मजबूत हुई।
लॉरेंट फ़्रीक्स की नियुक्ति
लॉरेंट फ़्रीक्स, जो 1 सितंबर से नेस्ले के नए सीईओ का पदभार संभालेंगे, 1986 से कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं और उनके पास विभिन्न नेतृत्व भूमिकाओं में व्यापक अनुभव है। उन्होंने 2008 के वित्तीय संकट के दौरान नेस्ले के यूरोपीय परिचालनों का सफलतापूर्वक प्रबंधन किया और हाल ही में अमेरिका और लैटिन अमेरिका इकाइयों का नेतृत्व किया। फ़्रीक्स ने कहा है कि वे मुख्य ब्रांडों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, साथ ही विलय और अधिग्रहण के लिए भी तैयार रहेंगे।
विश्लेषकों की राय
बैंक वोंटोबेल के विश्लेषक जीन-फिलिप बर्टस्की ने लॉरेंट फ़्रीक्स की नियुक्ति की सराहना करते हुए कहा कि नेस्ले और उसके बाजारों के बारे में उनका गहन ज्ञान कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति होगा। फ़्रीक्स ने भी इस नए अवसर के बारे में अपनी खुशी व्यक्त की और नेस्ले के निर्माण और सुदृढ़ीकरण को जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई।
निष्कर्ष
मार्क श्नाइडर के नेतृत्व में नेस्ले ने महत्वपूर्ण बदलावों का सामना किया और अपनी स्थिति को मजबूत किया, लेकिन कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। लॉरेंट फ़्रीक्स की नियुक्ति के साथ, नेस्ले को उम्मीद है कि वह अपने मुख्य ब्रांडों पर ध्यान केंद्रित करते हुए और नई रणनीतियों को अपनाते हुए इन चुनौतियों को सफलतापूर्वक पार कर सकेगा। नेस्ले के भविष्य की दिशा अब फ़्रीक्स की नेतृत्व क्षमता और उनके दृष्टिकोण पर निर्भर करेगी।