भारतीय शेयर बाजार में गिरावट जारी
भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। शुक्रवार को भी बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।
- Nifty 22,200 के स्तर तक गिरा
- Sensex 73,000 के करीब पहुंचा
- बाजार में लगभग 9 लाख करोड़ रुपये की वैल्यूएशन कम हुई
- IT सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई
विदेशी निवेशकों (FPI) की लगातार बिकवाली और ग्लोबल अनिश्चितताओं के कारण बाजार पर दबाव बना हुआ है।
22000 का Nifty सपोर्ट लेवल टूटने पर भारी गिरावट संभव
शेयर बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि 22,000 का Nifty स्तर एक महत्वपूर्ण सपोर्ट है।
- यदि यह लेवल टूटता है, तो बाजार में और भारी गिरावट देखने को मिल सकती है।
- सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में तेज बिकवाली हो सकती है।
- निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
बाजार में गिरावट के पीछे प्रमुख कारण
1. विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली
- विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) लगातार भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं।
- डॉलर की मजबूती और अमेरिकी बाजारों में अनिश्चितता के कारण बिकवाली बढ़ी है।
2. आर्थिक विकास में मंदी के संकेत
- वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती का असर भारतीय बाजार पर भी दिख रहा है।
- निवेशकों को चिंता है कि GDP ग्रोथ धीमी हो सकती है।
3. ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी का असर
- अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
- यदि ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो वैश्विक व्यापार पर असर पड़ सकता है।
क्या निवेशकों को घबराने की जरूरत है?
- बाजार में उतार-चढ़ाव एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन मौजूदा बिकवाली का दौर निवेशकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
- लॉन्ग-टर्म निवेशकों को घबराने के बजाय अपने निवेश की रणनीति पर ध्यान देना चाहिए।
- SIP और अच्छे स्टॉक्स में निवेश जारी रखना एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
निष्कर्ष बाजार में गिरावट के बावजूद निवेश का मौका
- बाजार में गिरावट जारी है, लेकिन लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए यह एक अवसर भी हो सकता है।
- IT सेक्टर और अन्य हाई-वैल्यू स्टॉक्स में गिरावट के बाद आकर्षक एंट्री पॉइंट मिल सकते हैं।
- निवेशकों को 22,000 के Nifty स्तर पर खास ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल है।