SGB: समय से पहले रिडेम्प्शन के महत्वपूर्ण अवसर
अक्टूबर 2024 से मार्च 2025 के बीच सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) की 30 श्रृंखलाओं को भुनाया जाएगा। इनमें से कई बॉन्ड समय से पहले भुनाए जा रहे हैं, जिसका अर्थ है कि इन बॉन्ड्स ने अपने 5, 6, या 7 साल पूरे कर लिए हैं। इन बॉन्ड्स को आरंभिक लॉक-इन अवधि के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा प्रदान की गई विंडो के माध्यम से भुनाया जा सकता है।
यह महत्वपूर्ण है कि यदि निवेशक इस विंडो का उपयोग करते हैं, तो उन्हें पूंजीगत लाभ कर से छूट प्राप्त होती है। हालांकि, यदि निवेशक इस विंडो को चूक जाते हैं और इसके बजाय अपने SGB को स्टॉक एक्सचेंज में बेचते हैं, तो पूंजीगत लाभ कर योग्य हो जाएगा। इसलिए, यह विंडो SGB निवेशकों के लिए कर लाभ का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करती है।
SGB और निवेशकों की बदलती प्राथमिकताएँ
2015 से, RBI ने 67 SGB किश्तों को लॉन्च किया है और 14.7 करोड़ इकाइयाँ जारी की हैं। SGB के लिए समय से पहले रिडेम्प्शन की सुविधा का उपयोग करते हुए 61 अवसर पहले ही दिए जा चुके हैं। दिलचस्प बात यह है कि पाँचवें और छठे वर्ष पूरे करने वाले SGB के लिए सरेंडर की गई इकाइयों की संख्या सातवें वर्ष के मुकाबले कम रही है। पिछले छह महीनों में, पाँचवें वर्ष पूरे करने वाले SGB के लिए सरेंडर की गई इकाइयाँ बहुत कम थीं, जिनका औसत केवल 2,500 इकाइयाँ था।
यह दर्शाता है कि निवेशक सोने को एक दीर्घकालिक निवेश के रूप में देख रहे हैं और अधिकतम समय तक इसे रखने का प्रयास कर रहे हैं। समय से पहले रिडेम्प्शन विंडो का कम उपयोग इस बात का संकेत है कि SGB की लोकप्रियता एक सुरक्षित और स्थिर निवेश विकल्प के रूप में बढ़ रही है।
भौतिक सोने के लिए एक आकर्षक विकल्प
SGB भौतिक सोने का एक आकर्षक विकल्प है। एक ग्राम सोने के मूल्यवर्ग में जारी किए गए ये बॉन्ड अन्य सोने के निवेश विकल्पों से बेहतर माने जाते हैं क्योंकि वे होल्डिंग पर एक निश्चित ब्याज (2.5-2.75 प्रतिशत प्रति वर्ष) देते हैं।
इसके अलावा, प्रारंभिक प्रस्ताव के समय ऑनलाइन निवेश करने पर 50 रुपये की छूट दी जाती है, जो इसे और भी अधिक आकर्षक बनाती है। गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) और भौतिक सोने जैसे अन्य सोने की परिसंपत्ति वर्गों के विपरीत, SGB द्वारा दी जाने वाली कूपन दरें एक अतिरिक्त लाभ हैं।
SGB समय से पहले रिडेम्प्शन और कर लाभ
यदि आप अपने SGB निवेश को परिपक्वता (आठ वर्ष) पर भुनाते हैं, तो आपको पूंजीगत लाभ कर का भुगतान नहीं करना पड़ता। समय से पहले रिडेम्प्शन के लिए, यदि आप RBI की विंडो का उपयोग करके अपने SGB को भुनाते हैं, तो पूंजीगत लाभ पर छूट मिलती है।
यह विंडो SGB धारकों के लिए एक महत्वपूर्ण कर लाभ प्रदान करती है। हालाँकि, यदि आप इस विंडो के बाहर या स्टॉक एक्सचेंज में अपने SGB बेचते हैं, तो पूंजीगत लाभ कर योग्य होगा। सभी SGB श्रृंखला BSE और NSE के नकद खंड में सूचीबद्ध और कारोबार की जाती हैं।
निवेश रणनीति और SGB: एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण
सोने को मुद्रास्फीति और आर्थिक अनिश्चितताओं के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जाता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेशक SGB को केवल रिटर्न के नजरिए से नहीं बल्कि एक परिसंपत्ति आवंटन उत्पाद के रूप में देखें।
निवेशकों को यह तय करना चाहिए कि क्या वे अल्पकालिक लाभ के लिए अपने SGB को समय से पहले भुनाना चाहते हैं या दीर्घकालिक विविधीकरण के लिए इसे बनाए रखना चाहते हैं। इस निर्णय में कर लाभ और सोने की बढ़ती कीमतों को भी ध्यान में रखना आवश्यक है।
निष्कर्ष
SGB निवेशकों के लिए अगले छह महीने महत्वपूर्ण हो सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो समय से पहले रिडेम्प्शन का लाभ उठाने की योजना बना रहे हैं। सही समय पर सही निर्णय लेकर न केवल कर लाभ उठाया जा सकता है, बल्कि सोने की कीमतों में भविष्य की संभावनाओं का भी अधिकतम लाभ उठाया जा सकता है।