भारत में वाहन स्क्रैपिंग पर नितिन गडकरी की घोषणा: सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा और वाहन मालिकों के लिए छूट
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 27 अगस्त को एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें कहा गया कि भारत में कई वाणिज्यिक और यात्री वाहन निर्माता पुराने वाहनों को स्क्रैप करने के बदले नए वाहन खरीदने पर छूट देंगे। इस छूट का लाभ उठाने के लिए वाहन मालिकों को वैध जमा प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा।
सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देने की पहल
गडकरी ने इस पहल को भारत में सर्कुलर इकोनॉमी के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह कदम सड़कों पर स्वच्छ, सुरक्षित, और अधिक कुशल वाहनों की संख्या बढ़ाने में मदद करेगा। इस पहल के माध्यम से पुराने और प्रदूषणकारी वाहनों को हटाकर नए और अधिक उन्नत वाहनों को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे पर्यावरण और जनता दोनों को लाभ होगा।
वाहन निर्माताओं द्वारा दी जाने वाली छूट
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ऑटोमोबाइल कंपनियाँ पुराने वाहनों को स्क्रैप करके नया वाहन खरीदने पर 1.5% से 3.5% तक की छूट देने की योजना पर विचार कर रही हैं। कुछ लक्ज़री कार निर्माता इस छूट को लगभग 25,000 रुपये तक सीमित कर सकते हैं, जबकि अन्य वाहन निर्माता अधिकतम छूट राशि तय करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
SIAM के अध्यक्ष की टिप्पणी
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के अध्यक्ष, विनोद अग्रवाल ने जुलाई में सरकार से आग्रह किया था कि वह वाहन स्क्रैपिंग के लिए प्रोत्साहन पर और अधिक ध्यान दे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लागू स्क्रैपेज नीति का प्रभाव सीमित रहा है और इसे प्रभावी बनाने के लिए अतिरिक्त उपायों की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इस पहल से अर्थव्यवस्था और पर्यावरण दोनों को लाभ होगा।
निष्कर्ष
नितिन गडकरी की इस घोषणा से वाहन स्क्रैपिंग और वाहन बेड़े के आधुनिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा। इस पहल से न केवल सड़कों पर पुराने और प्रदूषणकारी वाहनों की संख्या कम होगी, बल्कि वाहन मालिकों को नए और उन्नत वाहनों का उपयोग करने का मौका भी मिलेगा। सरकार और ऑटोमोबाइल निर्माताओं के बीच इस सहयोग से भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद है।