बाजार में जबरदस्त उछाल जानें तेजी के मुख्य कारण
21 अप्रैल 2025, सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली। प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 50 लगभग 1.3% की मजबूती के साथ 24,200 के करीब बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स ने भी समान बढ़त दर्ज की। इस तेजी के पीछे कई तकनीकी और फंडामेंटल कारण रहे, जिनमें बैंकिंग सेक्टर की मजबूती से लेकर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की भूमिका रही।
बैंकिंग स्टॉक्स का दबदबा, निफ्टी बैंक 55,000 के करीब
बैंकिंग शेयरों में जबरदस्त खरीदारी देखने को मिली, जिससे निफ्टी बैंक इंडेक्स 55,000 के आंकड़े के पास पहुंच गया। इस रैली में निजी क्षेत्र के बैंकों ने अहम भूमिका निभाई है। चालू तिमाही में इन बैंकों के बेहतर प्रदर्शन और मजबूत ग्रोथ आउटलुक ने निवेशकों को आकर्षित किया।
रेपो रेट में कटौती की उम्मीद से बाजार को राहत
भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से 2025 में कुल 100 बेसिस प्वाइंट तक ब्याज दरों में कटौती की संभावना जताई जा रही है। इससे बैंक लोन सस्ते होंगे और उपभोक्ता मांग में इजाफा होगा, जो कंपनियों के लिए फायदेमंद साबित होगा। इसका सीधा असर शेयर बाजार की धारणा पर पड़ा है।
विदेशी निवेशकों की लगातार खरीदारी से बाजार को सपोर्ट
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने 17 अप्रैल को ₹4,668 करोड़ की इक्विटी खरीद कर संकेत दिया कि भारत अभी भी निवेश के लिए एक मजबूत डेस्टिनेशन बना हुआ है। सोमवार को भी वे शुद्ध खरीदार रहे। इसके विपरीत, घरेलू निवेशकों ने ₹2,006 करोड़ की मुनाफावसूली की।
डॉलर इंडेक्स में गिरावट से भारत को मिला फायदा
सोमवार को डॉलर अपने तीन साल के निचले स्तर पर पहुंच गया, जिससे भारतीय इक्विटी बाजार को मजबूती मिली। डॉलर की कमजोरी विदेशी फंड्स को उभरते बाजारों की ओर ले जाती है, और भारत इनमें प्रमुख बना हुआ है।
ग्लोबल इकोनॉमिक संकेत और कच्चे तेल में नरमी ने दी सहारा
अमेरिका की टैरिफ नीति में राहत और कच्चे तेल की कीमतों में 1.5% की गिरावट ने भी बाजार की तेजी में योगदान दिया। इससे महंगाई दबाव घटने और कॉर्पोरेट लाभ बढ़ने की संभावनाएं बनी हैं।