भारतीय शेयर बाजार आज निचले स्तरों पर खुलने की संभावना: ग्लोबल मार्केट्स का असर
4 सितंबर 2024 को ग्लोबल मार्केट्स में बिकवाली के कारण भारतीय शेयर बाजार के निचले स्तरों पर खुलने की संभावना बनी हुई है। अमेरिकी बाजारों में टेक्नोलॉजी शेयरों में गिरावट के कारण एशियाई मार्केट्स और भारतीय शेयर बाजारों पर भी इसका असर पड़ा है।
ग्लोबल मार्केट्स की गिरावट
- अमेरिकी बाजार: टैक्स स्टॉक में गिरावट देखने को मिली, विशेष रूप से टेक्नोलॉजी शेयरों में बड़ा नुकसान हुआ।
- हांगकांग का हैंग सेंग: डेढ़ प्रतिशत तक की गिरावट।
- जापानी निक्की: 3% तक की गिरावट।
- कोरियन कॉस्पी: 2.18% निचले स्तर पर ट्रेड कर रहा।
गिफ्ट निफ्टी और एशियन मार्केट्स
- गिफ्ट निफ्टी: पिछले स्तर से 186 अंक नीचे, 25,176 पर ट्रेड कर रहा है।
- हांगकांग हैंग सेंग: डेढ़ प्रतिशत गिरावट।
- जापानी निक्की: 3% गिरावट।
- कोरियन कॉस्पी: 2.18% गिरावट।
गिरावट के कारण और संभावनाएं
अमेरिकी बाजारों में टेक्नोलॉजी शेयरों में भारी गिरावट के कारण एशियाई मार्केट्स और भारतीय शेयर बाजारों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। विशेष रूप से एनवीडिया के शेयरों में लगभग 10% की गिरावट आई, जिसने अमेरिकी कंपनियों के लिए सबसे बड़ा बाजार मूल्य का नुकसान पैदा किया।
निफ्टी 50 और बैंक निफ्टी का तकनीकी विश्लेषण
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निफ्टी 50:
- प्रतिरोध स्तर: 25,300 के आसपास।
- समर्थन स्तर: 25,200 और 25,000 पर।
- वर्तमान में निफ्टी 25,279 पर बंद हुआ, 1 अंक की मजबूती के साथ।
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बैंक निफ्टी:
- प्रतिरोध स्तर: 51,960।
- अगर बैंक निफ्टी इस स्तर को पार करता है, तो आगे की तेजी की संभावना है।
निफ्टी कॉल और पुट ऑप्शन डेटा विश्लेषण
- निफ्टी में:
- 26,000 स्ट्राइक: अधिकतम ओपन इंटरेस्ट के साथ मजबूत प्रतिरोध।
- 25,000 स्ट्राइक: अधिकतम ओपन इंटरेस्ट के साथ मजबूत समर्थन।
- 25,200 स्ट्राइक: महत्वपूर्ण पुट राइटिंग ने समर्थन स्तर को मजबूत किया है।
निष्कर्ष
ग्लोबल मार्केट्स में टेक्नोलॉजी शेयरों की गिरावट के कारण आज भारतीय शेयर बाजार के निचले स्तरों पर खुलने की संभावना बनी हुई है। निफ्टी 50 ने मजबूत प्रतिरोध स्तर 25,300 के आसपास देखा है, जबकि बैंक निफ्टी के लिए 51,960 का स्तर महत्वपूर्ण है। निवेशकों को इस समय बाजार की चाल पर ध्यानपूर्वक नजर रखने और अपने निवेश निर्णयों में सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। निफ्टी ऑप्शन डेटा ने समर्थन और प्रतिरोध स्तरों को स्पष्ट किया है, जिससे भविष्य में बाजार की दिशा का अनुमान लगाने में मदद मिल सकती है।