राधिका गुप्ता की सलाह शेयर बाजार में सफल
शुरुआत की उलझन निवेशक क्यों होते हैं परेशान?
भारतीय शेयर बाजार में अक्सर नए निवेशक पैसा कमाने की उम्मीद से आते हैं, लेकिन उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसा कई बार देखा गया है कि जब वे बाजार से बाहर निकलते हैं, उसी समय बाजार तेजी में आ जाता है। और जैसे ही वे दोबारा निवेश करते हैं, बाजार में गिरावट शुरू हो जाती है। यह अस्थिरता बिगनर्स को उलझन में डाल देती है।
3.5% की बड़ी तेजी एक दिन में ₹15 लाख करोड़ का इज़ाफा
हाल ही में निफ्टी और सेंसेक्स में लगभग 3.5% की जबरदस्त बढ़त देखने को मिली, जिसे बीते एक साल की सबसे बड़ी एकदिनी छलांग माना जा रहा है। इस तेजी से BSE में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप करीब ₹15 लाख करोड़ बढ़ गया।
राधिका गुप्ता का अनुभव धैर्य ही है असली स्ट्रैटेजी
एडलवाइस AMC की CEO राधिका गुप्ता ने सोशल मीडिया पर शेयर किया कि जिस रिटर्न के लिए उन्होंने पूरे साल मेहनत की, वो कुछ ही दिनों की बाजार रैली में मिल गया। इसका मतलब साफ है — सही समय पर एंट्री और एग्जिट करना आसान नहीं, लेकिन अगर आपने निवेश कर ही दिया है, तो धैर्य बनाए रखना सबसे अहम है।
उनका मानना है कि अगर आपका ट्रेड
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प्रॉफिट में है या
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कम लॉस में है, या
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Risk-to-Reward रेशियो को फॉलो कर रहा है,
तो उसमें बने रहना समझदारी है। बाजार समय के साथ लॉस को भी प्रॉफिट में बदल सकता है।
सुपर रैली का सच बाजार का पैटर्न समझिए
राधिका गुप्ता के अनुसार, सुपर रैली अक्सर कुछ ही दिन के लिए आती है। इन दिनों में बाजार अचानक 5% से 10% तक ऊपर चला जाता है। इसके बाद बाजार या तो स्थिर हो जाता है या हल्की गिरावट में चला जाता है। यह एक सामान्य बाजार का पैटर्न है, जिसे समझना हर निवेशक के लिए जरूरी है।
निष्कर्ष
बिगनर निवेशकों के लिए सबसे जरूरी है — सही स्ट्रैटेजी, लॉजिक और धैर्य। बाजार में हर दिन निर्णय नहीं, बल्कि धैर्य और स्मार्ट प्लानिंग ही सफलता दिलाते हैं।