अडानी समूह का बांग्लादेश को आश्वासन: निर्बाध बिजली आपूर्ति और बकाया भुगतान की चिंता
अडानी समूह ने बांग्लादेश को 100% निर्बाध बिजली आपूर्ति का आश्वासन दिया है, हालांकि समूह की मौजूदा प्राप्तियां 800 मिलियन डॉलर से अधिक हो चुकी हैं। सूत्रों के अनुसार, अडानी समूह ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से बकाया भुगतान में तेजी लाने का अनुरोध किया है, ताकि उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार हो सके। अडानी पावर के अनुसार, उन्हें संयंत्र के निर्माण के लिए लिए गए ऋण के पुनर्भुगतान में देरी के कारण दबाव का सामना करना पड़ रहा है, और जल्द ही भुगतान के साथ-साथ अर्जित ब्याज भी चुकाने की उम्मीद है।
गोड्डा बिजली परियोजना और बांग्लादेश को 100% बिजली आपूर्ति
अडानी पावर का झारखंड स्थित 1,600 मेगावाट का गोड्डा संयंत्र बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (BPDB) को 100% बिजली सप्लाई करता है। इस परियोजना का अनुबंध 2017 में बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार के कार्यकाल के दौरान 25 साल के लिए किया गया था, जिसमें हर महीने 90 से 100 मिलियन डॉलर की औसत बिलिंग होती है। इस परियोजना ने जून 2023 में बिजली उत्पादन शुरू किया और तभी से बांग्लादेश को लगातार बिजली आपूर्ति की जा रही है।
गोड्डा परियोजना भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय बिजली परियोजना है, जिसमें उत्पादित बिजली का पूरा हिस्सा बांग्लादेश को निर्यात किया जाता है। यह अनुबंध दोनों देशों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को दर्शाता है और बांग्लादेश की बिजली आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वित्तीय चुनौतियां और भुगतान संबंधी समस्याएं
अडानी पावर की 30 जून 2024 तक शुद्ध ऋण स्थिति 25,653 करोड़ रुपये थी, जो 31 मार्च 2024 को 26,545 करोड़ रुपये थी। हालांकि, कंपनी ने अपनी वित्त लागत में कमी देखी है, लेकिन शुद्ध लाभ में गिरावट आई है। वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 55.33% घटकर 3,912.79 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह 8,759.42 करोड़ रुपये था। इसके विपरीत, कंपनी का राजस्व 35.89% बढ़कर 14,955.63 करोड़ रुपये हो गया।
अडानी पावर के एक अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेश के उपयोगिता का बकाया, जो पिछली सरकार के तहत अर्जित हुआ था, लगभग 400 मिलियन डॉलर है, जो चार महीने के भुगतान के बराबर है। बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति और गिरते विदेशी मुद्रा भंडार के बीच, देश की सरकार अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से और अधिक ऋण प्राप्त करने के प्रयास में लगी है, ताकि बकाया भुगतान जल्द से जल्द किया जा सके।
भारत सरकार के नए नियम और अडानी पावर के शेयर
भारत सरकार ने 5 अगस्त 2024 को बिजली निर्यातक कंपनियों के लिए नए नियम पेश किए, जिससे उन्हें घरेलू बाजार में भी बिजली बेचने की अनुमति मिली है। यह सुविधा तब लागू होगी जब बिजली उठाव में गिरावट या भुगतान में चूक हो। इन बदलावों के बीच, अडानी पावर का शेयर 12.47 बजे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 641.10 रुपये पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले दिन से 0.43% कम था। यह दर्शाता है कि कंपनी की वित्तीय चुनौतियों और बकाया भुगतान की स्थिति ने निवेशकों के बीच अस्थिरता पैदा की है।
निष्कर्ष
अडानी पावर की गोड्डा परियोजना बांग्लादेश के साथ उसके ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग का प्रतीक है। हालांकि, बकाया भुगतान की समस्या और वित्तीय चुनौतियों के बावजूद, अडानी समूह ने बांग्लादेश को बिना किसी रुकावट के बिजली आपूर्ति जारी रखने का वादा किया है। इसके अलावा, भारत सरकार के नए नियमों के तहत, कंपनी को घरेलू बाजार में बिजली बेचने की अनुमति मिलने से उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार की उम्मीद है .