SEBI का दिव्यांग निवेशकों के लिए बड़ा फैसला
नई दिल्ली | 24 मई 2025
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने दिव्यांग निवेशकों के लिए एक बड़ा और सराहनीय कदम उठाया है। अब दिव्यांग व्यक्तियों को भी Digital KYC (Know Your Customer) की सुविधा मिलेगी, जिससे उन्हें वित्तीय सेवाओं तक पहुंचना आसान होगा।
क्या है नया नियम?
SEBI ने अपने नए सर्कुलर और FAQ (Frequently Asked Questions) दस्तावेज़ में यह स्पष्ट किया है कि सभी regulated entities — जैसे कि ब्रोकर, म्यूचुअल फंड कंपनियां, बैंकिंग पार्टनर आदि — अब दिव्यांग व्यक्तियों को डिजिटल KYC की सुविधा देने के लिए बाध्य होंगे।
Guardian के हस्ताक्षर से खुलेगा अकाउंट
अगर कोई दिव्यांग व्यक्ति स्वयं हस्ताक्षर करने में असमर्थ है, तो
-
उसका खाता उसके अभिभावक (Guardian) के हस्ताक्षर से खोला जा सकता है।
-
लेकिन दोनों को SEBI के KYC मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा।
Live Video KYC भी होगी आसान
SEBI ने कहा है कि यदि दिव्यांग व्यक्ति Digital KYC के लिए अनुरोध करता है, तो intermediary (ब्रोकर या एजेंसी) को उसे Live Video Capturing की सुविधा देनी होगी। अगर कोई व्यक्ति आंखें झपकाकर liveness verification नहीं कर सकता, तो उसके लिए वैकल्पिक साधनों की अनुमति दी जाएगी:
स्वीकृत Alternative Verification Methods
-
चेहरे की भाव-भंगिमाएं (Facial Expressions)
-
सिर की हलचल (Head Movement)
-
स्क्रीन पर OTP दिखाना
-
डॉक्युमेंट्स की कॉपी स्क्रीन पर दिखाना
-
Real-Time Video Recording
KYC वेरिफिकेशन की प्रक्रिया क्या होगी?
-
KYC वेरिफिकेशन account खोलते समय intermediary द्वारा किया जाएगा।
-
यह सर्कुलर विशेष रूप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए लागू है।
-
Intermediary को ग्राहक की सहमति के साथ CKYCR (Central KYC Registry) से KYC डाटा डाउनलोड करना होगा।
-
यदि सभी दस्तावेजों के साथ ई-सिग्नेचर और अंगूठे का निशान (Thumb Impression) उपलब्ध है, तो उसे वैध माना जाएगा।
यह बदलाव क्यों महत्वपूर्ण है?
SEBI का यह निर्णय भारत में सामाजिक समावेश (Social Inclusion) की दिशा में एक बड़ी पहल है। इससे दिव्यांग नागरिकों को भी शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, बीमा और अन्य वित्तीय सेवाओं में भाग लेने का समान और सुलभ अवसर मिलेगा।
निष्कर्ष
SEBI का यह कदम वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है। दिव्यांग व्यक्तियों को अब ऑनलाइन और डिजिटल माध्यम से वित्तीय क्षेत्र में शामिल होने का रास्ता मिल गया है।