Difference Between BSE and NSE
परिचय – Difference Between BSE and NSE
Stock Exchange वह बाज़ार है जहाँ निवेशक और व्यापारी Securities जैसे स्टॉक्स और बॉन्ड्स का लेन-देन करते हैं। भारत में, Bombay Stock Exchange (BSE) और National Stock Exchange (NSE) प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं। हालांकि ये दोनों एक्सचेंज समान लग सकते हैं, लेकिन इनके बीच कई महत्वपूर्ण अंतर हैं। आइए BSE और NSE के बीच के प्रमुख अंतर को समझें।
Bombay Stock Exchange (BSE)
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स्थान
BSE मुंबई के Dalal Street में स्थित है। -
स्थापना
BSE एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है, जिसकी स्थापना 1875 में हुई थी। इसे पहले Native Share and Stock Brokers Association कहा जाता था। -
पहला इंडेक्स
1986 में BSE ने Sensex पेश किया, जो भारत का पहला Equity Index है। यह इंडेक्स BSE में टॉप 30 कंपनियों को ट्रैक करता है। -
अन्य सूचकांक
Sensex के अलावा, BSE के अन्य प्रमुख सूचकांकों में BSE 100, BSE 200, BSE Midcap, BSE Smallcap, BSE PSU, BSE Auto, BSE Pharma, BSE FMCG, और BSE Metal शामिल हैं। -
Market Capitalization
19 अक्टूबर 2021 तक, BSE का कुल Market Cap 118.80 लाख करोड़ रुपये से अधिक था, जो इसे दुनिया के शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान एक्सचेंजों में स्थान देता है। -
प्रमुख उत्पाद
BSE में Equity, Equity Derivatives, Commodities, और Currency Derivatives शामिल हैं। -
लिस्टिंग और IPO
BSE का खुद का IPO भी जारी हो चुका है और यह NSE पर लिस्टेड है।
National Stock Exchange (NSE)
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स्थापना
NSE की स्थापना 1992 में हुई थी। यह BSE की तुलना में नया है, लेकिन भारत के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंजों में से एक है। -
मान्यता
NSE को 1993 में SEBI द्वारा स्टॉक एक्सचेंज के रूप में मान्यता मिली और इसका संचालन 1994 में शुरू हुआ। -
पहला इंडेक्स
1995-96 में, NSE ने NIFTY 50 इंडेक्स लॉन्च किया, जो NSE में सूचीबद्ध शीर्ष 50 कंपनियों को ट्रैक करता है। -
अन्य सूचकांक
Nifty 50 के अलावा, NSE के अन्य प्रमुख सूचकांकों में Nifty Next 50, Nifty 500, Nifty Midcap 150, Nifty Smallcap 250, और Nifty MidSmallcap 400 शामिल हैं। -
सेवाएँ और उत्पाद
NSE की उत्पाद पेशकशों में Equity, Equity Derivatives, Commodities, और Currency Derivatives शामिल हैं। इसके साथ ही, NSE Clearing और Settlement Services भी प्रदान करता है। -
IPO योजना
NSE भी अपना IPO लॉन्च करने की योजना बना रहा है और जल्द ही इसकी तारीख की घोषणा की उम्मीद है।
निष्कर्ष
BSE और NSE दोनों ही भारतीय स्टॉक मार्केट के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। BSE अपने ऐतिहासिक महत्व और पुरानी स्थापना के लिए जाना जाता है, जबकि NSE अपनी आधुनिक तकनीक और उन्नत सेवाओं के कारण तेजी से लोकप्रिय हुआ है। दोनों एक्सचेंजों के बीच अंतर को समझकर निवेशक अपनी जरूरतों और निवेश रणनीतियों के अनुसार सही एक्सचेंज का चयन कर सकते हैं।