कॉमन स्टॉक और प्रेफर्ड स्टॉक
शेयर बाजार में स्टॉक्स मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं Common Stock (आम स्टॉक) और Preferred Stock (प्राथमिकता स्टॉक)। दोनों स्टॉक्स निवेशकों को कंपनी के स्वामित्व का हिस्सा प्रदान करते हैं, लेकिन निवेशकों के अधिकार और लाभ दोनों में भिन्न होते हैं।
1. कॉमन स्टॉक (आम स्टॉक)
Common Stock वह स्टॉक है जिसे अधिकांश निवेशक खरीदते हैं। इसमें निवेशक को कंपनी के लाभ और विकास में हिस्सा मिलता है। आम स्टॉकधारकों को वोटिंग अधिकार मिलते हैं, जिससे वे कंपनी के महत्वपूर्ण निर्णयों, जैसे कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का चुनाव, में हिस्सा ले सकते हैं।
- डिविडेंड (Dividend) आम स्टॉकधारकों को डिविडेंड मिल सकता है, लेकिन यह पूरी तरह से कंपनी के निर्णय पर निर्भर करता है। अगर कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है, तो डिविडेंड मिलेगा, अन्यथा नहीं।
- जोखिम (Risk) आम स्टॉकधारकों के लिए जोखिम अधिक होता है। अगर कंपनी दिवालिया हो जाती है, तो सबसे पहले कर्ज देने वालों को भुगतान किया जाएगा, फिर Preferred Stock धारकों को, और अंत में आम स्टॉकधारकों को, यदि कुछ शेष बचा हो।
2. प्रेफर्ड स्टॉक (प्राथमिकता स्टॉक)
Preferred Stock धारकों को आम स्टॉकधारकों की तुलना में कुछ विशेष लाभ मिलते हैं। इसका सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि डिविडेंड पहले मिलता है, भले ही कंपनी का मुनाफा कम हो। उनके डिविडेंड की दर पहले से तय होती है, और यह नियमित रूप से दिया जाता है।
- वोटिंग अधिकार प्राथमिकता स्टॉकधारकों को वोटिंग अधिकार नहीं मिलते हैं।
- सुरक्षा अगर कंपनी का परिसमापन (liquidation) होता है, तो सबसे पहले प्राथमिकता स्टॉकधारकों को भुगतान किया जाता है, जिससे यह आम स्टॉक की तुलना में सुरक्षित होता है।
निष्कर्ष
Common Stock निवेशकों को अधिक संभावित लाभ प्रदान करता है, लेकिन इसमें जोखिम भी अधिक होता है। वहीं, Preferred Stock निवेशकों को स्थिरता और सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन इसमें कंपनी के निर्णयों में भाग लेने का अधिकार नहीं होता। निवेशकों को अपनी प्राथमिकताओं और जोखिम सहनशीलता के आधार पर स्टॉक का चुनाव करना चाहिए।