शॉर्ट कॉल क्या होता है

शॉर्ट कॉल क्या होता है ? विकल्प ट्रेडिंग में उपयोग और लाभ हिंदी में समझें

शॉर्ट कॉल क्या होता है ?

शॉर्ट कॉल एक ट्रेडिंग रणनीति है जिसमें कॉल विकल्प को बेचते हैं, जिसमें आप किसी निश्चित कीमत पर भविष्य में अंतर्निहित संपत्ति (जैसे स्टॉक या इंडेक्स) खरीदने के लिए बाध्य होते हैं। अगर स्टॉक की कीमत आपके स्ट्राइक प्राइस से नीचे रहती है, तो आपको फायदा होता है। अगर कीमत स्ट्राइक प्राइस से ऊपर जाती है, तो नुकसान की संभावना काफी बढ़ जाती है।

शॉर्ट कॉल क्या होता है

शॉर्ट कॉल कब करें?

शॉर्ट कॉल तब उपयोगी है जब आपको लगता है कि स्टॉक की कीमत या तो हल्के से गिरेगी या लगभग उसी स्तर पर रहेगी। इस स्थिति में, समय क्षय (Time Decay) आपके पक्ष में होता है और जैसे-जैसे ऑप्शन की एक्सपायरी पास आती है, ऑप्शन की समय सीमा घटती जाती है, जिससे उसकी कीमत कम होती है।

इसके फायदे इस प्रकार हैं:

  1. आरंभिक क्रेडिट प्राप्ति शॉर्ट कॉल बेचने पर तुरंत प्रीमियम मिल जाता है, जिससे आपके मार्जिन को आंशिक रूप से ऑफसेट करने में मदद मिलती है।
  2. समय क्षय का लाभ समय के साथ ऑप्शन की कीमत घटती है, जिससे एक्सपायरी के करीब पहुंचते हुए आपको फायदा मिलता है।

लेकिन ध्यान दें, इस स्थिति में यदि स्टॉक की कीमत स्ट्राइक प्राइस से ऊपर चली जाती है, तो आपके पास असीमित नुकसान की संभावना है।

कैसे बनाएं शॉर्ट कॉल?

  1. एक कॉल विकल्प बेचें एक ही अंतर्निहित संपत्ति पर ITM/ATM/OTM कॉल विकल्प बेचें।
  2. समान एक्सपायरी शॉर्ट कॉल की एक्सपायरी तय करें, ताकि आपकी जोखिम प्रबंधन की योजना सटीक रहे।

शॉर्ट कॉल क्या होता है

उदाहरण

मान लीजिए निफ्टी 25000 पर ट्रेड कर रहा है। अगर आप 25000 स्ट्राइक प्राइस पर कॉल बेचते हैं जो 110 रुपये का है, तो आपको (110*75=) 8,250 रुपये का प्रीमियम मिलेगा। इसका मतलब, अगर निफ्टी की कीमत गिरती है या 25000 पर ही रहती है, तो ऑप्शन बेकार हो जाएगा और आपका 8,250 रुपये का लाभ होगा।

लाभ और हानि का विश्लेषण

शॉर्ट कॉल में लाभ और हानि की संभावनाएँ इस प्रकार हैं:

  • लाभ तब होता है जब स्टॉक की कीमत स्ट्राइक प्राइस से नीचे रहती है या एक्सपायरी तक नहीं बढ़ती है।
  • हानि तब होती है जब स्टॉक की कीमत स्ट्राइक प्राइस से ऊपर चली जाती है।

ऑप्शंस ग्रीक्स का प्रभाव

ऑप्शंस ग्रीक्स का प्रभाव

  1. डेल्टा (Delta) शॉर्ट कॉल का डेल्टा नकारात्मक होता है, जो किसी कीमत वृद्धि का लाभ पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
  2. वेगा (Vega) शॉर्ट कॉल में नकारात्मक वेगा होता है, इसलिए यह रणनीति तब बेहतर होती है जब अस्थिरता अधिक हो और इसमें कमी आने की संभावना हो।
  3. थेटा (Theta) समय क्षय शॉर्ट कॉल को लाभ देता है, विशेषकर जब यह स्ट्राइक प्राइस पर या उससे नीचे समाप्त होती है।
  4. गामा (Gamma) गामा में कमी का मतलब है कि कीमत में बड़ी बढ़ोतरी पर असीमित नुकसान हो सकता है।

जोखिम प्रबंधन कैसे करें?

शॉर्ट कॉल में संभावित हानि असीमित होती है, इसलिए कुछ सुझाव हैं:

  1. ओवरनाइट स्थिति से बचें शॉर्ट कॉल को ओवरनाइट रखना जोखिमपूर्ण हो सकता है।
  2. स्टॉप लॉस सख्त स्टॉप लॉस के साथ ट्रेड करें ताकि अनियंत्रित नुकसान से बच सकें।

विश्लेषण शॉर्ट कॉल रणनीति का उपयुक्त समय

शॉर्ट कॉल रणनीति तब अच्छी मानी जाती है जब बाजार में हल्की गिरावट की संभावना हो। हालांकि, यह शुरुआती निवेशकों के लिए उचित नहीं है क्योंकि इसमें जोखिम अधिक है। अगर आपको लगता है कि बाजार अचानक गिरेगा, तो लॉन्ग पुट रणनीति बेहतर विकल्प हो सकती है।

इस गाइड के साथ, शॉर्ट कॉल रणनीति का बेहतर तरीके से उपयोग किया जा सकता है और साथ ही इसके संभावित जोखिमों को समझा जा सकता है। यह रणनीति अनुभवी निवेशकों के लिए अधिक अनुकूल होती है जो गिरते या स्थिर बाजार में नियमित आय प्राप्त करना चाहते हैं।

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