बुल रन क्या है?
बुल रन वह समय होता है जब वित्तीय बाजार में संपत्तियों (जैसे स्टॉक्स, कमोडिटी आदि) की कीमतें लगातार बढ़ती रहती हैं या उनके बढ़ने की उम्मीद होती है। इस दौरान निवेशकों का आत्मविश्वास उच्च होता है, आर्थिक संकेतक सकारात्मक होते हैं, और खरीदारी की मांग में तेजी होती है। एक बुल रन कुछ हफ्तों से लेकर कई वर्षों तक चल सकता है, जो आर्थिक स्थितियों और बाजार की भावना पर निर्भर करता है।
बुल रन की प्रमुख विशेषताएं
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बढ़ती कीमतें इस दौरान खासकर स्टॉक मार्केट में संपत्तियों की कीमतें लगातार ऊपर की ओर जाती हैं।
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उच्च निवेशक विश्वास निवेशकों को बाजार के भविष्य को लेकर सकारात्मकता होती है, जिससे वे अधिक खरीदारी करते हैं।
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बढ़ती मांग अधिक निवेशक यह उम्मीद रखते हुए संपत्तियां खरीदते हैं कि कीमतें और बढ़ेंगी, जिससे मांग आपूर्ति से अधिक हो जाती है और कीमतों में वृद्धि होती है।
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मजबूत आर्थिक संकेतक इस समय आर्थिक वृद्धि, कम बेरोजगारी, और कंपनियों की सकारात्मक आय रिपोर्ट्स जैसे संकेतक बाजार को समर्थन देते हैं।
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जोखिम उठाने की प्रवृत्ति Bull Run के दौरान निवेशक अधिक जोखिम लेने की प्रवृत्ति दिखाते हैं, और उच्च रिटर्न की तलाश में ग्रोथ-ओरिएंटेड या स्पेकुलेटिव संपत्तियों में निवेश करते हैं।
उदाहरण
बुल रन का एक प्रसिद्ध उदाहरण 1990 के दशक के अंत का डॉट-कॉम बूम है, जब तकनीकी कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी से वृद्धि देखी गई थी। हाल के वर्षों में, 2009 से लेकर 2020 के शुरुआती समय तक का अमेरिकी स्टॉक मार्केट भी एक बड़ा Bull Run था, जो 2008 के वित्तीय संकट के बाद आर्थिक सुधार से प्रेरित था।
बुल रन बनाम बियर मार्केट
बुल रन के विपरीत, Bear Market वह स्थिति है जब कीमतें गिर रही होती हैं, निवेशकों का आत्मविश्वास कम होता है, और संपत्तियों को बेचने की प्रवृत्ति होती है। जहाँ बुल रन में बाजार में आशावाद होता है, Bear Market में निराशा और सतर्कता का माहौल होता है।