FIIs और DIIs की ट्रेडिंग एक्टिविटी

नवंबर 2024 में FIIs और DIIs की ट्रेडिंग एक्टिविटी भारतीय शेयर बाजार पर प्रभाव

FIIs और DIIs की ट्रेडिंग एक्टिविटी

नवंबर 2024 में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारतीय शेयर बाजार में 14,485.12 करोड़ रुपये की इक्विटी की भारी बिकवाली की। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 9,239.03 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी, जिससे बाजार में कुछ स्थिरता बनी रही।

प्रमुख बाजार इंडेक्स का प्रदर्शन

Kotak Securities के हेड ऑफ इक्विटी रिसर्च, श्रीकांत चौहान के अनुसार, पिछले सप्ताह में निफ्टी-50 और सेंसेक्स फ्लैट या मामूली नकारात्मक रहे, जबकि मिड-कैप इंडेक्स में 0.45% और स्मॉल-कैप इंडेक्स में 1.3% की गिरावट देखी गई। भारतीय शेयर बाजार ने धीमी मैक्रोइकॉनॉमिक स्थितियों के बीच अन्य वैश्विक बाजारों की तुलना में कम प्रदर्शन किया है, जिसमें Q2FY25 के अर्निंग सीजन का भी अपेक्षा से कम परिणाम रहा।

वैश्विक बाजार की धारणा का असर

चौहान के अनुसार, अमेरिकी सरकार के सभी तीन शाखाओं में रिपब्लिकन पार्टी की जीत के बाद अमेरिकी बॉन्ड यील्ड और डॉलर में वृद्धि हुई, जिससे वैश्विक बाजार में अस्थिरता आई। फेडरल रिजर्व द्वारा 25 बेसिस पॉइंट्स की ब्याज दर कटौती (4.50%-4.75% की सीमा) की घोषणा के बाद गुरुवार को ट्रेजरी यील्ड में गिरावट देखी गई, जिसने अमेरिकी इक्विटी बाजार को उभरते बाजारों पर बढ़त दिलाई।

BSE स्मॉल-कैप इंडेक्स प्रदर्शन

BSE स्मॉल-कैप इंडेक्स में 1.3% की गिरावट हुई, जिसमें निम्नलिखित प्रमुख गिरावट वाले शेयर शामिल हैं

  • गिरावट वाले शेयर Prudent Corporate Advisory Services, Bharat Bijlee, Voltamp Transformers, Thangamayil Jewellery, Poly Medicure, Everest Industries, Fusion Finance, Inox Green Energy Services, Electrosteel Castings, HIL, Apar Industries, EKI Energy Services, Triveni Turbine, Yatharth Hospital and Trauma Care Services – इन सभी शेयरों में 10% से 16% तक की गिरावट देखी गई।

स्मॉल-कैप सेगमेंट में तेजी वाले शेयर

इसके विपरीत, कुछ छोटे-कैप शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया:

  • तेजी वाले शेयर JSW Holdings, Avalon Technologies, ITI, Siyaram Silk Mills, Vimta Labs, Innova Captab, Lancer Containers Lines, Tilaknagar Industries, Dhani Services, DCM Shriram, Raghav Productivity Enhancers, Vijaya Diagnostic Centre – इनमें 15% से 57% तक की बढ़त देखी गई।

निष्कर्ष

भारतीय शेयर बाजार में FIIs की बिकवाली और वैश्विक अस्थिरता का प्रभाव स्पष्ट है, लेकिन DIIs द्वारा की गई खरीदारी से कुछ स्थिरता बरकरार रही है। छोटे-कैप सेगमेंट में कई शेयरों में गिरावट के बावजूद कुछ शेयरों में मजबूती देखी गई है, जिससे निवेशकों को यह तय करने में सहायता मिल सकती है कि वे इन अस्थिर परिस्थितियों में अपने निवेश को कैसे प्रबंधित करें।

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