ओएनजीसी में तेजी के रुख
इस समय भारतीय शेयर बाजार में व्यापक बिकवाली का रुख देखा जा रहा है, जिससे निवेशक ऐसे स्टॉक्स की तलाश में हैं जो बाजार की गिरावट के बावजूद तेजी बनाए रख सकें। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) के हालिया Q2 नतीजों ने इसे एक संभावित बेहतर निवेश विकल्प बना दिया है, और विभिन्न ब्रोकरेज हाउस इसे लेकर बुलिश नजरिया दिखा रहे हैं।
ब्रोकरेज फर्म का रुख और स्टॉक का अनुमानित लक्ष्य
ब्रोकरेज रिसर्च फर्म एंटीक ब्रोकिंग ने ओएनजीसी स्टॉक पर बाइंग रेटिंग देते हुए इसका टारगेट प्राइस 327 रुपए से बढ़ाकर 364 रुपए कर दिया है, जोकि वर्तमान भाव से 42% अधिक है। एंटीक ब्रोकिंग का मानना है कि ओएनजीसी के तिमाही नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे, और इसने कुल 17% की प्रॉफिट ग्रोथ दर्ज की है।
दूसरी ओर, मोतीलाल ओसवाल ने भी इस स्टॉक पर बुलिश रुख रखते हुए इसे 363 रुपए का टारगेट प्राइस दिया है।
Q2 के मुख्य वित्तीय नतीजे और डिविडेंड घोषणा
ओएनजीसी ने इस तिमाही में कुल ₹11,948 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जो कि पिछले तिमाही के मुकाबले 17% की बढ़ोतरी है। कंपनी के कुल मुनाफे में ₹7,938 करोड़ का इजाफा हुआ है। इसके साथ ही, ओएनजीसी ने ₹6 का फाइनल डिविडेंड घोषित किया है, जिसका रिकॉर्ड डेट 20 नवंबर है। इससे निवेशकों में स्टॉक के प्रति रुचि बढ़ने की संभावना है।
ONGC के फाइनेंशियल पैरामीटर्स और लॉन्ग-टर्म रिटर्न
कंपनी के प्रमुख वित्तीय पैरामीटर्स
- मार्केट कैप ₹3,18,000 करोड़
- PE रेशियो 7.83
- बुक वैल्यू ₹280.02
पिछले कुछ वर्षों में ओएनजीसी ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न प्रदान किया है:
- 1 साल में 28% रिटर्न
- 2 साल में 79% रिटर्न
- 5 साल में 81% रिटर्न
ब्रोकरेज हाउस का नजरिया और निवेशकों के लिए सलाह
बाजार में हाल की गिरावट के बावजूद, ओएनजीसी एक मजबूत विकल्प के रूप में उभरा है। इसके Q2 नतीजे, फाइनल डिविडेंड और बढ़ते मार्केट कैप ने इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक बना दिया है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि इस स्टॉक में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद अवश्य लें ताकि वे अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार सही निर्णय ले सकें।