सपोर्ट और रजिस्टेंस

सपोर्ट और रजिस्टेंस: शेयर बाजार में महत्वपूर्ण स्तर

सपोर्ट और रजिस्टेंस: शेयर बाजार में महत्वपूर्ण स्तर

सपोर्ट और रजिस्टेंस

परिचय

सपोर्ट और रजिस्टेंस (Support and Resistance) शेयर बाजार में दो महत्वपूर्ण तकनीकी विश्लेषण टूल्स हैं जो ट्रेडर्स और निवेशकों को मूल्य चाल को समझने में मदद करते हैं। यह दोनों टूल्स बाजार के पिछले मूल्य इतिहास के आधार पर संभावित मूल्य स्तरों को दर्शाते हैं, जहां कीमतें उलट सकती हैं।

सपोर्ट (Support) क्या है?

सपोर्ट: यह वह मूल्य स्तर है जिस पर एक शेयर की कीमत गिरते हुए ठहराव पाती है और उसके बाद वापस उछलती है। इसे खरीदारी की मांग के रूप में देखा जाता है, जो कीमत को और नीचे गिरने से रोकता है।

सपोर्ट की विशेषताएँ:

  1. मूल्य स्थिरता: सपोर्ट स्तर पर, कीमतों में गिरावट रुक जाती है और निवेशक खरीदारी में रुचि दिखाते हैं।
  2. मनोवैज्ञानिक प्रभाव: सपोर्ट स्तर अक्सर निवेशकों के लिए एक मानसिक बिंदु होते हैं, जहां वे शेयर खरीदने का निर्णय लेते हैं।
  3. पहले के निचले स्तर: सपोर्ट अक्सर पिछले निचले स्तरों पर बनते हैं, जहां कीमतें पहले स्थिर हुई थीं।

सपोर्ट की पहचान:

  • ट्रेंड लाइन्स: डाउनट्रेंड में, सपोर्ट ट्रेंड लाइन्स के नीचे होती है।
  • मूविंग एवरेज: 50-दिन या 200-दिन के मूविंग एवरेज भी सपोर्ट के रूप में कार्य कर सकते हैं।
  • फिबोनाची रिट्रेसमेंट: फिबोनाची स्तर भी संभावित सपोर्ट बिंदु होते हैं।

रजिस्टेंस (Resistance) क्या है?

रजिस्टेंस: यह वह मूल्य स्तर है जिस पर एक शेयर की कीमत बढ़ते हुए ठहराव पाती है और उसके बाद वापस गिरती है। इसे बिक्री की आपूर्ति के रूप में देखा जाता है, जो कीमत को और ऊपर जाने से रोकता है।

रजिस्टेंस की विशेषताएँ:

  1. मूल्य अवरोध: रजिस्टेंस स्तर पर, कीमतें बढ़ना बंद कर देती हैं और निवेशक शेयर बेचने लगते हैं।
  2. मनोवैज्ञानिक प्रभाव: रजिस्टेंस स्तर निवेशकों के लिए एक मानसिक बिंदु होते हैं, जहां वे शेयर बेचने का निर्णय लेते हैं।
  3. पहले के उच्च स्तर: रजिस्टेंस अक्सर पिछले उच्च स्तरों पर बनते हैं, जहां कीमतें पहले अवरोधित हुई थीं।

रजिस्टेंस की पहचान:

  • ट्रेंड लाइन्स: अपट्रेंड में, रजिस्टेंस ट्रेंड लाइन्स के ऊपर होती है।
  • मूविंग एवरेज: 50-दिन या 200-दिन के मूविंग एवरेज भी रजिस्टेंस के रूप में कार्य कर सकते हैं।
  • फिबोनाची रिट्रेसमेंट: फिबोनाची स्तर भी संभावित रजिस्टेंस बिंदु होते हैं।

सपोर्ट और रजिस्टेंस के बीच संबंध:

  • ब्रेकआउट: जब कीमत सपोर्ट या रजिस्टेंस स्तर को तोड़ती है, तो यह एक नया ट्रेंड शुरू कर सकती है। सपोर्ट के नीचे ब्रेकआउट, डाउनट्रेंड का संकेत है, जबकि रजिस्टेंस के ऊपर ब्रेकआउट, अपट्रेंड का संकेत है।
  • रोल रिवर्सल: एक बार टूटने पर, पूर्व सपोर्ट रजिस्टेंस बन सकता है और पूर्व रजिस्टेंस सपोर्ट बन सकता है।

सपोर्ट और रजिस्टेंस का महत्व:

  • ट्रेडिंग रणनीतियाँ: सपोर्ट और रजिस्टेंस का उपयोग विभिन्न ट्रेडिंग रणनीतियों में किया जाता है, जैसे ब्रेकआउट ट्रेडिंग, बाउंस ट्रेडिंग, आदि।
  • जोखिम प्रबंधन: ये स्तर स्टॉप लॉस और टार्गेट प्राइस निर्धारित करने में मदद करते हैं।
  • मूल्य पूर्वानुमान: ये स्तर कीमत के भविष्य के चाल की भविष्यवाणी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

 

निष्कर्ष:

सपोर्ट और रजिस्टेंस शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण के महत्वपूर्ण टूल्स हैं। इनका सही उपयोग करके ट्रेडर्स और निवेशक अपने निवेश को और अधिक लाभदायक बना सकते हैं। सही ज्ञान और समझ से, आप बाजार की चाल को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और अपने निवेश के फैसले अधिक सूझबूझ से ले सकते हैं।

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