भारत में सैटेलाइट स्पेक्ट्रम आवंटन

भारत में सैटेलाइट स्पेक्ट्रम आवंटन और नई सेवाओं की शुरुआत

भारत में सैटेलाइट स्पेक्ट्रम आवंटन और नई सेवाओं की शुरुआत

TRAI को जल्द भेजनी होंगी सिफारिशें

दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunications) ने TRAI से सैटेलाइट स्पेक्ट्रम आवंटन पर अपनी सिफारिशें 15 दिसंबर 2024 तक भेजने का अनुरोध किया है। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि सैटेलाइट सेवाओं की शुरुआत समय पर हो सके और भारत डिजिटल कनेक्टिविटी में अग्रणी बन सके।

भारत में सैटेलाइट स्पेक्ट्रम आवंटन

स्पेक्ट्रम प्रक्रिया में तेजी प्रगति और समयसीमा

  • 8 नवंबर 2024 TRAI ने स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक की।
  • सिफारिशें जारी अगले 7-8 दिनों में TRAI अपनी सिफारिशें दे सकता है।
  • कैबिनेट मंजूरी दिसंबर के अंत तक सरकार इसे मंजूरी देने की योजना बना रही है।
  • सेवाओं की शुरुआत जनवरी 2025 से सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू हो सकती हैं।

सैटेलाइट सेवाओं में अग्रणी कंपनियां

1. Starlink (एलन मस्क की कंपनी)

Starlink भारत में सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाएं देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उनकी सेवाएं रिमोट और ग्रामीण क्षेत्रों तक इंटरनेट पहुंचाने में मदद करेंगी।

2. OneWeb

OneWeb भी भारत में अपने सैटेलाइट इंटरनेट की शुरुआत की योजना बना रही है।

इन कंपनियों की एंट्री से भारत में डिजिटल क्रांति को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।

सरकार का उद्देश्य और फायदे

भारत में सैटेलाइट स्पेक्ट्रम आवंटन

सरकार का मुख्य लक्ष्य है

  1. सैटेलाइट सेवाओं का तेजी से विस्तार
  2. ग्रामीण और दुर्गम इलाकों तक ब्रॉडबैंड इंटरनेट पहुंचाना।
  3. डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत करना

फायदे

  • बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं
  • स्टार्टअप्स और कारोबारियों के लिए नए अवसर।
  • दूरदराज क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्शन की उपलब्धता।

निष्कर्ष

सैटेलाइट स्पेक्ट्रम आवंटन और नई सेवाओं की शुरुआत से भारत में डिजिटल कनेक्टिविटी में क्रांति आ सकती है। Starlink और OneWeb जैसी कंपनियों के साथ, 2025 से सैटेलाइट ब्रॉडबैंड देश के हर कोने में इंटरनेट पहुंचाने का वादा करता है।

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