टाटा पावर ब्रोकरेज फर्म्स का बुलिश रुख
टाटा पावर इस समय 435 रुपए पर 1% गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है, लेकिन ब्रोकरेज फर्म्स का मानना है कि यह स्टॉक जल्द ही 10% की तेजी दिखा सकता है।
टाटा पावर एक एन्ड-टू-एन्ड पावर सॉल्यूशन कंपनी
टाटा पावर ने पावर प्रोडक्शन, डिस्ट्रीब्यूशन, ट्रेडिंग, और सोलर मैन्युफैक्चरिंग में अपनी मजबूत स्थिति बनाई है। यह इसे पावर सेक्टर का एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाता है।
कंपनी की 5 साल की रणनीति और निवेश
हाल ही में तमिलनाडु में आयोजित निवेशक दिवस पर, टाटा पावर ने अपनी आगामी 5 वर्षों की रणनीति प्रस्तुत की:
- 1.5 ट्रिलियन रुपए का निवेश
- ग्रीन एनर्जी कैपेसिटी को 15 GW से बढ़ाकर 23 GW करना।
- 1 ट्रिलियन रुपए का राजस्व लक्ष्य।
- सोलर रूफटॉप से राजस्व
- ब्रोकरेज फर्म्स को उम्मीद है कि टाटा पावर का सोलर रूफटॉप राजस्व 2030 तक 36% CAGR से बढ़कर 110 अरब रुपए हो जाएगा।
टाटा पावर का शेयरहोल्डिंग पैटर्न
- घरेलू निवेशक (DII) 17% हिस्सेदारी।
- विदेशी निवेशक (FII) 9.2% हिस्सेदारी।
- प्रमोटर्स 46.9% हिस्सेदारी।
- पब्लिक निवेशक 27% हिस्सेदारी।
फाइनेंशियल और मल्टीबैगर प्रदर्शन
- मार्केट कैप ₹1,40,000 करोड़।
- P/E रेश्यो 37.33।
- बुक वैल्यू ₹105.40।
- पिछले 5 सालों का रिटर्न 700% मल्टीबैगर रिटर्न।
ब्रोकरेज फर्म्स का दृष्टिकोण
ब्रोकरेज फर्म्स का मानना है कि टाटा पावर के पास लंबी अवधि में विकास की व्यापक संभावनाएँ हैं:
- ग्रीन एनर्जी में अग्रणी भूमिका।
- सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते उपयोग से लाभ।
- कंपनी का निवेश और राजस्व लक्ष्य इसे पावर सेक्टर का आकर्षक विकल्प बनाता है।
निवेश से पहले ध्यान दें
हालाँकि, टाटा पावर की दीर्घकालिक रणनीति मजबूत दिखती है, निवेशकों को किसी भी निर्णय से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना चाहिए।
निष्कर्ष
टाटा पावर की नई रणनीति और ग्रीन एनर्जी पर फोकस इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक स्टॉक बनाता है। 10% तक की संभावित तेजी के साथ, यह पावर सेक्टर के निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।