चांदी और सोने की कीमतों में उछाल, वायदा बाजार का हाल
1. चांदी की तेजी: वायदा बाजार में उछाल
आज भारतीय वायदा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिली है। चांदी ने 1800 रुपये से अधिक की उछाल दर्ज की, जिससे इसकी कीमत 81,903 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पिछले सत्र में यह 80,061 रुपये पर बंद हुई थी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि निवेशकों की चांदी में मजबूत रुचि बनी हुई है। इस तेजी का संकेत बाजार में चांदी की मांग और निवेशकों की सक्रियता को दर्शाता है।
2. सोने की कीमतों में भी अच्छी बढ़त
सोने की कीमतों में भी आज अच्छी वृद्धि देखी गई है। भारतीय बाजार में सोना 204 रुपये की वृद्धि के साथ 70,340 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। पिछले कारोबारी सत्र में सोना 70,136 रुपये पर बंद हुआ था। यह वृद्धि सोने की स्थिर मांग को दर्शाती है, जो निवेशकों की उच्च प्राथमिकता को भी इंगित करती है।
3. अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में आई उछाल का प्रभाव भारतीय बाजार पर भी देखा जा रहा है। वैश्विक बाजार में सोने का भाव 300 रुपये की वृद्धि के साथ 73,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि शनिवार को यह 72,850 रुपये पर बंद हुआ था। इस बढ़त का सीधा असर स्थानीय सर्राफा बाजार में देखने को मिल रहा है।
4. चांदी की कीमत में अस्थिरता
सोने के विपरीत, चांदी की कीमतों में कुछ अस्थिरता देखी गई है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, चांदी की कीमत 300 रुपये की गिरावट के साथ 83,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई, जो पिछले कारोबारी सत्र में 83,500 रुपये प्रति किलोग्राम रही थी। यह अस्थिरता चांदी के बाजार में परिवर्तनों का संकेत देती है।
5. राष्ट्रीय राजधानी में सोने की मजबूत स्थिति
दिल्ली में भी सोने की कीमतों में लगातार तीसरे दिन तेजी देखी गई है। 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना क्रमशः 73,150 रुपये और 72,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह वृद्धि घरेलू मांग में वृद्धि और वैश्विक बाजार के सकारात्मक संकेतों के कारण है।
6. निवेशकों के लिए संभावनाएं
सोने और चांदी दोनों की कीमतों में आई इस तेजी के चलते निवेशकों के लिए बाजार में संभावनाएं बढ़ गई हैं। वैश्विक और स्थानीय कारकों के चलते बहुमूल्य धातुओं में निवेश के अवसर बढ़ रहे हैं, जो आने वाले समय में भी सकारात्मक रुझानों को बनाए रख सकते हैं। निवेशकों को इस उछाल का लाभ उठाने के लिए सतर्कता से बाजार की निगरानी करनी चाहिए और संभावित निवेश विकल्पों पर विचार करना चाहिए।