लूज़िंग ऑप्शंस पोजीशन को एडजस्ट करने के 6 स्मार्ट तरीके

लूज़िंग ऑप्शंस पोजीशन को एडजस्ट करने के 6 स्मार्ट तरीके

लूज़िंग ऑप्शंस पोजीशन को एडजस्ट करने के 6 स्मार्ट तरीके

लूज़िंग ऑप्शंस पोजीशन को एडजस्ट करना एक महत्वपूर्ण स्किल है जो नुकसान को सीमित करने और आपकी ट्रेडिंग रणनीति को बेहतर बनाने में मदद करता है।

नीचे दिए गए तरीकों का उपयोग करके आप अपनी पोजीशन को प्रबंधित कर सकते हैं:

1. रोल ओवर पोजीशन (Roll Over the Position)

जब ऑप्शन का प्रीमियम कम हो और एक्सपायरी पास हो, तो अपनी पोजीशन को अगले महीने की एक्सपायरी में शिफ्ट करें।

कैसे करें?

  • मौजूदा ऑप्शन को बेचें।
  • उसी स्ट्राइक प्राइस का ऑप्शन अगले महीने की एक्सपायरी के लिए खरीदें।

फायदे

  • अधिक समय मिलता है ताकि मार्केट आपके पक्ष में मूव करे।

2. स्ट्राइक प्राइस एडजस्ट करें (Adjust the Strike Price)

अगर मार्केट आपकी उम्मीद के विपरीत जा रहा है, तो स्ट्राइक प्राइस बदलना बेहतर हो सकता है।

कैसे करें?

  • वर्तमान ऑप्शन को बेचें।
  • एक नया ऑप्शन खरीदें, जिसकी स्ट्राइक प्राइस मौजूदा मार्केट लेवल के करीब हो।

उदाहरण
यदि आपने ₹18,000 का कॉल खरीदा है और मार्केट ₹17,500 पर है, तो इसे ₹17,500 के कॉल ऑप्शन में शिफ्ट करें।

लूज़िंग ऑप्शंस पोजीशन को एडजस्ट करने के 6 स्मार्ट तरीके

3. स्प्रेड बनाएं (Create a Spread)

स्प्रेड रणनीति अपनाकर नुकसान को सीमित करें।

कैसे करें?

  • यदि आपने एक कॉल खरीदा है, तो उसी स्ट्राइक प्राइस पर एक कॉल बेच दें।

फायदे

  • प्रीमियम की लागत कम होती है।
  • संभावित नुकसान सीमित होता है।

4. हेजिंग करें (Hedge the Position)

अपनी पोजीशन को सुरक्षित रखने के लिए काउंटर पोजीशन लें।

कैसे करें?

  • यदि आपने एक कॉल खरीदा है, तो उसी स्ट्राइक प्राइस पर एक पुट खरीदें।

फायदे

  • बड़े नुकसान से बचाव।

5. नुकसान स्वीकार करें (Cut Your Losses)

हर पोजीशन को एडजस्ट करना सही नहीं होता। कभी-कभी, नुकसान स्वीकार करना ही सही कदम हो सकता है।

कैसे करें?

  • पोजीशन को बंद करें।
  • अगले अवसर का इंतजार करें।

फायदे

  • बड़े नुकसान से बचाव।
  • पूंजी सुरक्षित रहती है।

6. मार्केट ट्रेंड का विश्लेषण करें (Analyze Market Trends)

मार्केट की गतिविधियों को ध्यान से समझें।

कैसे करें?

  • वोलैटिलिटी और वॉल्यूम का विश्लेषण करें।
  • अपनी रणनीति को मार्केट डेटा के अनुसार संशोधित करें।

निष्कर्ष

लूज़िंग ऑप्शंस पोजीशन को एडजस्ट करना अनुशासन, अनुभव, और सही निर्णय पर निर्भर करता है।

  • रोल ओवर और स्ट्राइक प्राइस एडजस्टमेंट से दीर्घकालिक लाभ हो सकता है।
  • हेजिंग और स्प्रेड्स नुकसान को सीमित करने के लिए प्रभावी हैं।
  • लगातार नुकसान हो रहा है तो अपनी रणनीति का पुनर्मूल्यांकन करें।

अपनी ट्रेडिंग में इन तरीकों को शामिल करें और नुकसान को लाभ में बदलने की कोशिश करें।

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