कौन है अस्मिता पटेल

कौन है अस्मिता पटेल ? फर्जी दावे और SEBI की सख्त कार्रवाई

कौन है अस्मिता पटेल ?

Asmita Patel खुद को “She Wolf of the Stock Market” और “Options Queen” के रूप में प्रचारित करती थीं। उन्होंने एक ट्रेडिंग स्कूल चलाया, जहां उनकी LMIT (Let’s Make India Trade) और MPAT (Masters in Price Action Trading) जैसी रणनीतियों के जरिए 300% तक का रिटर्न कमाने के दावे किए जाते थे।

लेकिन SEBI (Securities and Exchange Board of India) की जांच में सच्चाई कुछ और ही निकली।

कौन है अस्मिता पटेल

SEBI ने घेरा 

SEBI ने अस्मिता पटेल पर शिकंजा कसते हुए उनके ट्रेडिंग रिकॉर्ड की जांच की। रिपोर्ट के अनुसार:

  • 2020 से 2024 के बीच उन्होंने सिर्फ ₹12.28 लाख का प्रॉफिट कमाया।
  • जबकि वह ₹140 करोड़ का पोर्टफोलियो मैनेज करने का दावा कर रही थीं।
  • हकीकत में, उनका पोर्टफोलियो सिर्फ ₹15 करोड़ का निकला।

फर्जी दावे और झूठे सपने 

अस्मिता पटेल रिटेल निवेशकों को बड़े सपने दिखाकर आकर्षित करती थीं। कुछ फर्जी दावे जो उन्होंने किए:

  • “नौकरी छोड़ो, लोन लेकर ट्रेडिंग करो और अमीर बनो!”
  • “एक CA ने ₹30 लाख लगाकर ₹12 करोड़ कमा लिए!”
  • “एक इंजीनियर ने नौकरी छोड़कर ₹80 लाख कमा लिए!”

लेकिन SEBI की जांच में इन दावों का कोई आधार नहीं निकला।

कोर्स की चौंकाने वाली फीस

अस्मिता पटेल के ट्रेडिंग कोर्स बेहद महंगे थे। उन्होंने निम्नलिखित कोर्स ऑफर किए:

  1. Masters in Price Action Trading (MPAT)
  2. Lets Make India Trading (LMIT)
  3. Options Multiplier
  4. Trend Following Income System (TFIS)

इन कोर्सों की फीस

  • ₹7 लाख प्रति कोर्स
  • GST जोड़कर कुल ₹8.25 लाख
  • ₹1 लाख एडमिशन फीस + 3 किस्तों में भुगतान

इन भारी-भरकम फीस के बावजूद, निवेशकों को कोई असली फायदा नहीं हुआ।

कौन है अस्मिता पटेल

SEBI ने जब्त किए ₹53 करोड़ 

SEBI को 42 निवेशकों की शिकायतें मिलीं, जिसके बाद Asmita Patel Global School of Trading और इससे जुड़े 5 अन्य संस्थानों की जांच की गई।

  • SEBI ने कुल ₹53 करोड़ की रकम जब्त कर ली।
  • इन पैसों को निवेशकों से ठगी करके इकट्ठा किया गया था।

कहानी में नया मोड़ 

जांच में खुलासा हुआ कि Asmita Patel, Sharekhan की Authorized Person थीं और इसी हैसियत से उन्होंने निवेशकों को ट्रेडिंग की सलाह दी।

SEBI के नियमों के अनुसार, ब्रोकरेज फर्म की यह जिम्मेदारी होती है कि उनके अधिकृत व्यक्ति किसी भी अनियमितता में शामिल न हों।

Moneycontrol ने Sharekhan से सवाल किया, जिस पर उन्होंने जवाब दिया:
“Asmita Patel अब हमारी Authorized Person नहीं हैं। हम किसी भी ऐसे व्यक्ति से संबंध नहीं रखते जो गड़बड़ियों में शामिल हो।”

सावधान रहें! Stay Alert!

Moneycontrol और अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म लगातार इस तरह की फिनफ्लूएंसर्स (Finfluencers) की सच्चाई उजागर कर रहे हैं ताकि रिटेल निवेशकों को धोखाधड़ी से बचाया जा सके।

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