Bajaj Housing Finance के शेयरों की शानदार लिस्टिंग: 16 सितंबर का दिन
Bajaj Housing Finance के शेयरों ने 16 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में धमाकेदार एंट्री की। कंपनी के शेयर NSE और BSE पर 150 रुपये प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुए, जो इसके IPO इश्यू प्राइस 70 रुपये से 114% ज्यादा था। 13 सितंबर को IPO में सफल बोली लगाने वाले निवेशकों को 70 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर शेयर आवंटित किए गए थे। इस शानदार लिस्टिंग ने निवेशकों के बीच उत्साह बढ़ाया और कंपनी को मजबूत बाजार उपस्थिति दिलाई।
ग्रे मार्केट प्रीमियम से बेहतर प्रदर्शन
कंपनी के शेयरों ने ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) की उम्मीदों को भी पीछे छोड़ दिया। जहां GMP 75 रुपये था, वहीं लिस्टिंग 80 रुपये के मुनाफे के साथ 150 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर हुई। शेयरों की कीमत जल्द ही बढ़कर 164.99 रुपये तक पहुंच गई, जो कि IPO प्राइस से 135% ज्यादा थी। इस बढ़ोतरी ने बाजार में इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बना दिया, खासकर उन निवेशकों के लिए जिन्होंने IPO में हिस्सा लिया था।
Market Capitalization में भारी उछाल
Bajaj Housing Finance की इस मजबूत लिस्टिंग ने कंपनी के Market Capitalization को 1.37 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया। IPO के समय यह आंकड़ा 58,297 करोड़ रुपये था, जो कि अब लगभग 2.4 गुना ज्यादा हो गया है। यह न केवल निवेशकों के लिए बल्कि कंपनी के विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है।
शेयर होल्ड करें या मुनाफा निकालें?
Bajaj Housing Finance का 6,560 करोड़ रुपये का IPO अत्यधिक सफल रहा, इसे कुल 3.23 लाख करोड़ रुपये की सब्सक्रिप्शन मिली। यह स्पष्ट संकेत है कि निवेशक कंपनी के भविष्य को लेकर काफी आशावादी हैं।
विशेषज्ञों की राय में, कंपनी के मजबूत फंडामेंटल्स और Housing Finance सेक्टर के उज्जवल भविष्य को देखते हुए, निवेशकों को इस शेयर को लंबी अवधि के लिए होल्ड करना चाहिए। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के रिसर्च हेड, नरेंद्र सोलंकी, का सुझाव है कि इस शेयर को होल्ड करके निवेशक आने वाले समय में कंपनी की ग्रोथ का भरपूर लाभ उठा सकते हैं।
संजीव बजाज का बयान: NIM पर कोई असर नहीं
CNBC-TV18 के साथ एक इंटरव्यू में, संजीव बजाज ने बताया कि ब्याज दरों में बदलाव से बाजार की मांग पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसके अलावा, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस लिस्टिंग से कंपनी के Net Interest Margin (NIM) पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा और यह स्थिर रहेगा। यह बयान कंपनी की वित्तीय स्थिति और भविष्य की योजनाओं को लेकर सकारात्मक संकेत देता है।
IPO का उद्देश्य और कंपनी का बैकग्राउंड
Bajaj Housing Finance का IPO RBI के नियमों का पालन करने के लिए लाया गया था। इन नियमों के अनुसार, “Upper Layer” की NBFCs को सितंबर 2025 तक स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होना अनिवार्य है। IPO से जुटाई गई राशि का उपयोग कंपनी के पूंजी आधार को मजबूत करने और भविष्य की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
Bajaj Housing Finance, जो 2015 में नेशनल हाउसिंग बैंक के साथ रजिस्टर्ड हुई, एक Non-Deposit Housing Finance Company है। यह आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों की खरीद और नवीनीकरण के लिए वित्तीय सॉल्यूशंस प्रदान करती है। इसके प्रमुख उत्पादों में Home Loan, Loan Against Property, Lease Rental Discounting, और डेवलपर फाइनेंसिंग शामिल हैं।
निष्कर्ष
Bajaj Housing Finance के शेयरों की शानदार लिस्टिंग और ग्रे मार्केट प्रीमियम से बेहतर प्रदर्शन ने इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है। कंपनी के मजबूत फंडामेंटल्स और Housing Finance सेक्टर के उज्जवल भविष्य को देखते हुए, विशेषज्ञ इस शेयर को लंबी अवधि के लिए होल्ड करने की सलाह दे रहे हैं।
संजीव बजाज के बयान से भी यह स्पष्ट होता है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है और NIM पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। निवेशकों को इस शेयर के बारे में सतर्क रहकर मार्केट अपडेट्स पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकें।