रिलायंस पावर में 5% गिरावट कारण और प्रभाव
भारतीय शेयर बाजार में हाल ही में बड़ी गिरावट देखी जा रही है, जिससे कई कंपनियों के शेयर पर स्टॉक-स्पेसिफिक एक्शन का असर पड़ रहा है। इस गिरावट का सबसे ताजा उदाहरण अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर है, जिसका शेयर आज 5% के लोअर सर्किट में आकर 41 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
गिरावट का कारण क्या है?
रिलायंस पावर की इस गिरावट के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण है: इसकी सहयोगी कंपनी, Reliance NU BESS, पर सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने तीन साल के लिए टेंडर में भाग लेने पर रोक लगा दी है। यह प्रतिबंध SECI के उस आरोप के बाद लगाया गया है जिसमें कंपनी पर फेक बैंक गारंटी दस्तावेज़ दाखिल करने का दावा किया गया है। SECI की इस कार्रवाई ने निवेशकों का भरोसा हिलाया, जिससे रिलायंस पावर के शेयर में तेजी से गिरावट आई।
निवेशकों पर प्रभाव
रिलायंस पावर ने पिछले कुछ वर्षों में अपने कर्ज का बड़ा हिस्सा चुका दिया है, जिससे यह स्टॉक निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय बन गया था। निवेशकों के लिए यह कंपनी आकर्षक बनी रही क्योंकि उसने पिछले एक साल में लगभग 100% मल्टीबैगर रिटर्न दिया है, जबकि पांच साल में 8% का रिटर्न दिया था। इसके अलावा, कंपनी का मार्केट कैप करीब 16,000 करोड़ रुपये का है, जो इसे एक मजबूत प्लेयर बनाता है।
SECI के आरोप निवेशकों के लिए चिंता का कारण
SECI द्वारा Reliance NU BESS पर लगाया गया तीन साल का प्रतिबंध निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन गया है। फेक बैंक गारंटी की घटना से रिलायंस पावर की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हुए हैं। इस खबर ने कंपनी की छवि को झटका दिया है और इसका सीधा असर रिलायंस पावर के शेयर पर पड़ा है।
भविष्य की संभावना और निवेशकों के लिए सलाह
हालांकि रिलायंस पावर ने हाल ही में अपने सभी कर्ज का भुगतान किया है और कंपनी ने पिछले एक साल में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है, SECI का प्रतिबंध कंपनी की साख पर असर डाल सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को अभी सतर्क रहना चाहिए और कंपनी के भविष्य के रुख का विश्लेषण करना चाहिए।