नाम बदलने की बड़ी कीमत बीरा को 80 करोड़ का नुकसान
विलियम शेक्सपियर ने कहा था, “नाम में क्या रखा है?” लेकिन बीरा बीयर (Bira) के हालिया अनुभव से यह साबित होता है कि नाम में बहुत कुछ रखा है। छोटे से बदलाव ने कंपनी को 80 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया।
बीरा का नाम क्यों बदला गया?
बीरा की मालिक कंपनी B9 बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड ने हाल ही में अपने नाम से ‘प्राइवेट’ शब्द हटा दिया। अब इसका नया नाम B9 बेवरेजेज लिमिटेड हो गया है।
नाम बदलने के पीछे कारण
IPO की तैयारी 2026 में पब्लिक लिस्टिंग (IPO) लाने की योजना
संवैधानिक बदलाव प्राइवेट लिमिटेड से लिमिटेड बनने पर कंपनी को पब्लिक फंडिंग की सुविधा मिलती है
लेकिन यह बदलाव कंपनी के लिए भारी पड़ा।
कैसे हुआ 80 करोड़ रुपये का नुकसान?
नए लेबल और रजिस्ट्रेशन
- नए नाम के साथ सभी राज्यों में रजिस्ट्रेशन फिर से कराना पड़ा
- सभी प्रोडक्ट्स पर नए लेबल प्रिंट करने का खर्च
बिक्री पर असर
- इस प्रक्रिया में कुछ महीनों के लिए बिक्री ठप हो गई
इन्वेंट्री का नुकसान
- पुराने नाम वाले उत्पाद अब बिक्री योग्य नहीं रहे
- कंपनी को स्टॉक बट्टे खाते में डालना पड़ा
वित्तीय प्रदर्शन पर असर
वित्त वर्ष 2023-24 में कुल घाटा 748 करोड़ रुपये
कुल बिक्री 638 करोड़ रुपये (पिछले वर्ष से 22% कम)
कुल घाटे में वृद्धि 68%
बीरा का सफर छोटे ब्रांड से बड़ी कंपनी तक
बीरा ने बेल्जियम से हेफेवेइजेन-स्टाइल के पेय आयात करके शुरुआत की
बाद में भारत में स्थानीय उत्पादन शुरू किया
IPO लाने की योजना के तहत कंपनी का नाम बदला गया
‘प्राइवेट लिमिटेड’ से ‘लिमिटेड’ बनने का मतलब
पब्लिक से फंड जुटाने की अनुमति
नए निवेशकों को आकर्षित करने का मौका
कठोर रेगुलेटरी आवश्यकताएं
बोर्ड में कम से कम 3 डायरेक्टर अनिवार्य