बायबिट पर 150 करोड़ डॉलर की हैकिंग
बायबिट एक्सचेंज पर अब तक का सबसे बड़ा साइबर हमला!
शुक्रवार को क्रिप्टो बाजार में भारी उथल-पुथल मच गई जब लोकप्रिय क्रिप्टो एक्सचेंज बायबिट (Bybit) पर 150 करोड़ डॉलर (12,850 करोड़ रुपये) की हैकिंग हो गई। इस हमले में 4,01,347 एथर (Ether) चोरी कर लिए गए, जिससे पूरी क्रिप्टो कम्युनिटी में चिंता की लहर दौड़ गई।
बायबिट के सीईओ का बयान
बायबिट के सीईओ बेन झोऊ (Ben Zhou) ने इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि:
एक एथर कोल्ड वॉलेट को निशाना बनाया गया।
बाकी सभी वॉलेट सुरक्षित हैं, जिससे क्रिप्टो प्लेटफॉर्म का संचालन जारी रहेगा।
यूजर्स के फंड्स सुरक्षित हैं, अगर चोरी गए एसेट्स वापस नहीं मिले तो भी कंपनी नुकसान की भरपाई करेगी।
इस बयान के बावजूद, यूजर्स में घबराहट बनी हुई है, क्योंकि यह क्रिप्टो एक्सचेंजों पर बढ़ते साइबर खतरों को उजागर करता है।
क्या लजारस ग्रुप के पीछे होने की आशंका है?
फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, मार्केट एनालिस्ट इस साइबर हमले के पीछे नॉर्थ कोरिया के लजारस ग्रुप (Lazarus Group) का हाथ होने की आशंका जता रहे हैं।
लजारस ग्रुप का इतिहास
पहले भी कई क्रिप्टो हैकिंग घटनाओं में शामिल रहा है।
2022 में Harmony Bridge से 100 करोड़ डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी चोरी की थी।
ब्लॉकचेन सुरक्षा फर्मों के अनुसार, यह ग्रुप संगठित साइबर अपराध में माहिर है।
क्या यूजर्स के फंड्स सुरक्षित हैं?
बायबिट के 6 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं, जो इसके माध्यम से बिटक्वॉइन (Bitcoin), एथर (Ether), और अन्य क्रिप्टोकरेंसी का लेन-देन करते हैं।
बेन झोऊ का आश्वासन
केवल एक वॉलेट प्रभावित हुआ, अन्य सभी वॉलेट सुरक्षित हैं।
निकासी (Withdrawals) सामान्य रूप से जारी है।
चोरी गए फंड्स अगर वापस नहीं आते, तो कंपनी घाटा खुद वहन करेगी।
हालांकि, एक्सचेंजों पर लगातार बढ़ते साइबर हमलों के चलते निवेशकों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
‘पिग बुचरिंग’ स्कैम और क्रिप्टो धोखाधड़ी में बढ़ोतरी
ब्लॉकचेन एनालिटिक्स फर्म चेनएनालिसिस (Chainalysis) की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में क्रिप्टो धोखाधड़ी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।
‘पिग बुचरिंग’ स्कैम क्या है?
अपराधी पहले लोगों से मेल-जोल बढ़ाते हैं, फिर उन्हें फर्जीवाड़े में शामिल करने की कोशिश करते हैं।
13 फरवरी 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, इस स्कैम से होने वाला राजस्व 40% बढ़ चुका है।
क्रिप्टो मार्केट में बढ़ते साइबर खतरे
2024 में कुल क्रिप्टो हैकिंग से 990 करोड़ रुपये की चोरी दर्ज की गई।
यदि और डेटा सामने आए, तो यह आंकड़ा 1240 करोड़ डॉलर तक पहुंच सकता है।
बायबिट हैकिंग घटना के बाद, क्रिप्टो एक्सचेंजों को अपनी सुरक्षा को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
निवेशकों को भी अपने वॉलेट्स को सुरक्षित रखने के लिए अधिक सतर्क रहना होगा।