CFO मनीष दुगर

एमफैसिस के CFO मनीष दुगर ने दिया इस्तीफा, अरविंद विश्वनाथन होंगे नए CFO

यह खबर एमफैसिस (Mphasis) कंपनी के भीतर एक महत्वपूर्ण बदलाव की ओर इशारा करती है, जहां उनके मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) मनीष दुगर ने 16 अगस्त को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी जगह पर अब अरविंद विश्वनाथन को नया CFO नियुक्त किया गया है। इस ट्रांजिशन के बारे में जानकारी एमफैसिस ने एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से दी है।

CFO मनीष दुगर

इस्तीफे की स्थिति:

मनीष दुगर, जिन्होंने एमफैसिस के लिए अपने नेतृत्व और योगदान के साथ कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, ने तिमाही के अंत तक ट्रांजिशन सपोर्ट देने की बात कही है। हालांकि, उन्होंने तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त करने का अनुरोध किया है। अपने इस्तीफे में दुगर ने बताया कि वह अब कंपनी के बाहर अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

सीईओ की प्रतिक्रिया:

एमफैसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक नितिन राकेश ने मनीष दुगर के योगदान की प्रशंसा की और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “मनीष ने अपने नेतृत्व और रणनीतिक दृष्टिकोण से कंपनी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हम उनके भविष्य के लिए निरंतर सफलता की कामना करते हैं।”

नए CFO अरविंद विश्वनाथन का परिचय:

अरविंद विश्वनाथन का करियर काफी प्रभावशाली रहा है। उन्होंने इससे पहले Tanla Platforms में CFO के रूप में कार्य किया, जहां वे अप्रैल 2021 से जुड़े हुए थे। इसके अलावा, उन्होंने विप्रो में 19 साल बिताए, जहां वे स्ट्रैटेजिक बिजनेस यूनिट्स, फाइनेंशियल प्लानिंग और एनालिसिस, और ऑर्डर-टू-कैश प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार थे। अरविंद विश्वनाथन IIM-बैंगलोर से स्नातक हैं, जो उनकी शिक्षा और नेतृत्व क्षमता को और मजबूत बनाता है।

मनीष दुगर का विदाई संदेश:

अपने विदाई संदेश में मनीष दुगर ने कहा, “एमफैसिस की यात्रा का हिस्सा बनना मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि रही है। मैंने यहां जो कुछ भी हासिल किया, उस पर मुझे गर्व है। ऐसी प्रतिभाशाली और समर्पित टीम के साथ काम करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं कामना करता हूं कि कंपनी निरंतर सफलता प्राप्त करती रहे।”

निष्कर्ष:

एमफैसिस में इस नेतृत्व परिवर्तन से कंपनी की वित्तीय रणनीतियों और प्रबंधन में नए दृष्टिकोण की उम्मीद की जा सकती है। अरविंद विश्वनाथन के अनुभव और विशेषज्ञता से कंपनी को आगे बढ़ने में मदद मिल सकती है। वहीं, मनीष दुगर का इस्तीफा कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, लेकिन उनकी विरासत कंपनी में लंबे समय तक महसूस की जाएगी।

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