डेरिवेटिव्स मार्केट में नए नियम क्या बदल गया?
इस कारोबारी हफ्ते से डेरिवेटिव्स मार्केट में नए नियम लागू हो गए हैं। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब ज्यादातर इंडेक्स की वीकली एक्सपायरी बंद कर दी गई है। अब केवल निफ्टी और सेंसेक्स की ही वीकली एक्सपायरी होगी।
नए नियमों के अनुसार वीकली एक्सपायरी शेड्यूल
- सोमवार बैंकएक्स
- मंगलवार फिन निफ्टी
- बुधवार बैंक निफ्टी
- गुरुवार निफ्टी
- शुक्रवार सेंसेक्स
ट्रेडिंग वॉल्यूम्स और वोलैटिलिटी पर असर
मार्केट विशेषज्ञों के अनुसार इन बदलावों का सीधा असर ट्रेडिंग वॉल्यूम्स पर पड़ेगा।
- Fisdom के रिसर्च हेड नीरव कारकेरा ने बताया कि वॉल्यूम्स में 15-20% तक की कमी और वोलैटिलिटी में गिरावट देखी जा सकती है।
- Mehta Equities के प्रशांत तापसे का मानना है कि:
- मिनिमम कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू अब 15 लाख रुपये हो गई है।
- इससे रिटेल निवेशकों के लिए ट्रेडिंग मुश्किल हो सकती है।
Algo ट्रेडर्स पर प्रभाव
Algo ट्रेडर्स को अपने सिस्टम को नए नियमों के हिसाब से ढालना होगा। बैंक निफ्टी की वीकली एक्सपायरी से जुड़ी वोलैटिलिटी अब महीने के आखिरी हफ्ते में शिफ्ट हो सकती है।
लॉट साइज में बदलाव
नए नियमों के तहत
- निफ्टी का लॉट साइज 25 से बढ़ाकर 75 किया गया।
- बैंक निफ्टी का लॉट साइज 15 से बढ़ाकर 30 कर दिया गया।
यह छोटे निवेशकों के लिए चुनौतीपूर्ण होगा।
अन्य कारक जो ट्रेडिंग को करेंगे प्रभावित
- RBI की मॉनेटरी पॉलिसी
- अमेरिकी बाजारों में हॉलिडे सीजन
- जनवरी में ट्रेडिंग का सुस्त माहौल
निष्कर्ष
नए F&O नियम डेरिवेटिव्स मार्केट में बड़ा बदलाव लाएंगे। वॉल्यूम्स और वोलैटिलिटी में गिरावट की संभावना है, जिससे रिटेल निवेशकों के लिए ट्रेडिंग मुश्किल हो सकती है। संस्थागत निवेशक इन बदलावों के साथ एडजस्ट कर सकते हैं, लेकिन छोटे निवेशकों को सोच-समझकर कदम उठाने की जरूरत है।