दुनिया की 10 सबसे मूल्यवान मुद्राएं (जनवरी 2025)
दुनिया भर में कुल 180 मान्यता प्राप्त मुद्राएं कानूनी रूप से उपयोग में हैं। इनमें से कुछ मुद्राएं न केवल वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हैं बल्कि अपनी उच्च क्रय शक्ति और स्थिरता के लिए भी जानी जाती हैं।
हालांकि, अमेरिकी डॉलर (USD) और यूरो (EUR) जैसी मुद्राएं व्यापक रूप से उपयोग की जाती हैं, लेकिन दुनिया की सबसे मजबूत मुद्राओं में इनका स्थान थोड़ा पीछे है। मुद्रा की ताकत कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे:
- विदेशी मुद्रा बाजार में इसकी मांग और आपूर्ति।
- घरेलू अर्थव्यवस्था की स्थिरता।
- मुद्रास्फीति दर।
- केंद्रीय बैंक की नीतियां।
- व्यापार संतुलन।
यहां दुनिया की 10 सबसे मूल्यवान मुद्राओं की सूची दी गई है
10. बहामियन डॉलर (BSD)
- देश बहामास
- लॉन्च वर्ष 1966
- मूल्य अमेरिकी डॉलर के साथ 1:1 पर स्थिर।
बहामियन डॉलर बहामास की आधिकारिक मुद्रा है। यह एक स्थिर मुद्रा है और पर्यटन पर निर्भर अर्थव्यवस्था को सहारा देती है।
9. अमेरिकी डॉलर (USD)
- देश संयुक्त राज्य अमेरिका
- लॉन्च वर्ष 1792
- खासियत दुनिया में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली मुद्रा।
अमेरिकी डॉलर को वैश्विक व्यापार और वित्त का “रिज़र्व करेंसी” कहा जाता है। यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार में मानक है।
8. यूरो (EUR)
- देश यूरोपीय संघ (19 देश)
- लॉन्च वर्ष 1999
- महत्त्व दूसरी सबसे लोकप्रिय मुद्रा।
यूरो, यूरोप की एकता और आर्थिक शक्ति का प्रतीक है। लगभग 25 देश अपनी मुद्राओं को यूरो के साथ जोड़ते हैं।
7. स्विस फ्रैंक (CHF)
- देश स्विट्जरलैंड
- लॉन्च वर्ष 1850
- विशेषता सबसे स्थिर मुद्राओं में से एक।
स्विस फ्रैंक को “सुरक्षित आश्रय” मुद्रा माना जाता है और यह निवेशकों के लिए आकर्षक है।
6. केमैन आइलैंड्स डॉलर (KYD)
- देश केमैन द्वीप
- लॉन्च वर्ष 1972
- खासियत प्रमुख वित्तीय केंद्र।
यह मुद्रा कर-मुक्त नीतियों के लिए जानी जाती है, जिससे यह वित्तीय जगत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
5. पाउंड स्टर्लिंग (GBP)
- देश यूनाइटेड किंगडम
- लॉन्च वर्ष प्राचीन काल
- महत्त्व सबसे पुरानी प्रचलन में मुद्रा।
पाउंड स्टर्लिंग का इतिहास इसे एक प्रतिष्ठित मुद्रा बनाता है। यह अंतरराष्ट्रीय वित्तीय लेनदेन में प्रमुख भूमिका निभाता है।
4. जॉर्डनियन दिनार (JOD)
- देश जॉर्डन
- लॉन्च वर्ष 1950
- खासियत स्थिर मुद्रा।
यह मुद्रा अपने स्थिर विनिमय दर के लिए जानी जाती है और इसकी अर्थव्यवस्था के तेल-आधारित न होने के बावजूद मजबूत है।
3. ओमानी रियाल (OMR)
- देश ओमान
- लॉन्च वर्ष 1970
- मूल्य अमेरिकी डॉलर के साथ जुड़ी हुई।
ओमानी रियाल की उच्च क्रय शक्ति इसे दुनिया की सबसे मजबूत मुद्राओं में से एक बनाती है।
2. बहरीनी दिनार (BHD)
- देश बहरीन
- लॉन्च वर्ष 1965
- मूल्य 1 BHD = $2.65
बहरीन की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से तेल और गैस पर निर्भर है, जो इसे एक मजबूत मुद्रा बनाए रखती है।
1. कुवैती दिनार (KWD)
- देश कुवैत
- लॉन्च वर्ष 1960
- मूल्य दुनिया की सबसे मजबूत मुद्रा।
कुवैती दिनार की उच्च कीमत और कुवैत की तेल-आधारित अर्थव्यवस्था इसे दुनिया की सबसे मूल्यवान मुद्रा बनाती है।
निष्कर्ष
मुद्राओं की ताकत का निर्धारण कई आर्थिक और वित्तीय कारकों पर निर्भर करता है। कुवैती दिनार जैसी मुद्राएं उच्च क्रय शक्ति और स्थिरता का उदाहरण हैं। मजबूत मुद्राएं न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए लाभदायक होती हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।