FII

अप्रैल 2025 में FII की सेक्टोरल गतिविधि फाइनेंशियल सेक्टर में सबसे अधिक निवेश

FII की सेक्टोरल गतिविधि फाइनेंशियल सेक्टर 

अप्रैल 2025 के दूसरे पखवाड़े में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की गतिविधियों में जबरदस्त तेजी देखी गई। FIIs ने भारतीय शेयर बाजार में ₹38,000 करोड़ से अधिक का निवेश किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वे भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता और विकास की संभावनाओं को लेकर सकारात्मक हैं।

FII

1. फाइनेंशियल सेक्टर में सबसे अधिक निवेश

FIIs ने सबसे अधिक भरोसा फाइनेंशियल सेक्टर पर जताया। अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में इस सेक्टर में ₹22,910 करोड़ का निवेश किया गया, जो कुल निवेश का लगभग 60% है। यह इस बात का संकेत है कि बैंकिंग, एनबीएफसी और इंश्योरेंस कंपनियों में विदेशी निवेशकों को लंबी अवधि की ग्रोथ दिखाई दे रही है।

2. कैपिटल गुड्स सेक्टर में भी मजबूत विश्वास

FIIs ने कैपिटल गुड्स सेक्टर में भी अच्छा निवेश किया। इस सेक्टर में अप्रैल के पहले पखवाड़े में ₹3,019 करोड़ और दूसरे पखवाड़े में ₹2,944 करोड़ की खरीदारी हुई। यह बताता है कि इंफ्रास्ट्रक्चर और मेन्युफैक्चरिंग से जुड़ी कंपनियों में विदेशी निवेशकों की रुचि बनी हुई है।

3. टेलीकॉम सेक्टर में निवेश की निरंतरता

टेलीकॉम सेक्टर ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है। पहले पखवाड़े में ₹2,137 करोड़ और दूसरे पखवाड़े में ₹2,500 करोड़ से अधिक का निवेश हुआ। इससे यह स्पष्ट होता है कि डिजिटल इंडिया और नेटवर्क विस्तार की योजनाएं निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं।

4. ऑयल एंड गैस और FMCG सेक्टर में स्थिर निवेश

ऑयल एंड गैस क्षेत्र में ₹2,401 करोड़ और FMCG सेक्टर में ₹2,330 करोड़ का निवेश दर्ज किया गया। यह दर्शाता है कि निवेशक अब स्थिर कैश फ्लो और कम वोलैटिलिटी वाले क्षेत्रों में निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं।

FII

5. कंज्यूमर, केमिकल, सर्विसेस और ड्यूरेबल्स सेक्टर में वापसी

FIIs की तरफ से कुछ सेक्टर्स में वापसी देखी गई

  • Consumer Sector ₹1,983 करोड़

  • Chemical Sector ₹1,184 करोड़

  • Services Sector ₹965 करोड़

  • Consumer Durables ₹965 करोड़

यह सेक्टर्स अब निवेशकों के रडार पर दोबारा आ गए हैं, जो अर्थव्यवस्था में बढ़ती मांग का संकेत है।

6. आईटी सेक्टर में भारी बिकवाली जारी

IT सेक्टर एकमात्र ऐसा प्रमुख क्षेत्र रहा जहां FIIs ने लगातार बिकवाली की। अप्रैल के पहले पखवाड़े में ₹13,828 करोड़ और दूसरे पखवाड़े में ₹1,385 करोड़ की निकासी हुई। यह शायद वैश्विक मांग में मंदी और डॉलर इंडेक्स की मजबूती के कारण हुआ है।

7. ऑटो, मेटल्स, कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट सेक्टर में कमजोरी

निम्नलिखित सेक्टर्स में FIIs ने बिकवाली की

  • Auto Sector ₹645 करोड़

  • Metals & Mining ₹645 करोड़

  • Construction ₹425 करोड़

  • Real Estate ₹353 करोड़

ये आंकड़े दर्शाते हैं कि कुछ साइकलिक सेक्टर्स में अब भी सतर्कता बनी हुई है।

निष्कर्ष

अप्रैल 2025 में FIIs ने सेक्टोरल तौर पर फाइनेंशियल और इंफ्रास्ट्रक्चर आधारित सेक्टर्स को प्राथमिकता दी, जबकि आईटी और अन्य कुछ क्षेत्रों में बिकवाली की। यह प्रवृत्ति भारतीय बाजार में FII की रणनीति और वैश्विक परिस्थितियों की झलक देती है।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *