फरवरी में विदेशी निवेशक 23,710 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं
भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट का दौर जारी है। विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली के चलते बाजार पर जबरदस्त दबाव बना हुआ है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, फरवरी 2025 में अब तक विदेशी निवेशक 23,710 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं, जबकि 2025 की शुरुआत से अब तक कुल 1 लाख करोड़ से अधिक की निकासी हो चुकी है।
गिरावट के पीछे मुख्य कारण
1. अमेरिकी टैरिफ नीति का असर
भारतीय बाजार में गिरावट की एक बड़ी वजह अमेरिका द्वारा स्टील और एल्यूमीनियम पर लगाए गए नए आयात शुल्क मानी जा रही है। यह नीति विदेशी निवेशकों को प्रभावित कर रही है और वे भारतीय बाजार से पैसा निकाल रहे हैं।
2. अंतरराष्ट्रीय अस्थिरता और घरेलू कारक
- भारतीय रुपये की कमजोरी रुपये की निरंतर गिरावट ने विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय बाजार को कम आकर्षक बना दिया है।
- कमजोर कॉर्पोरेट अर्निंग रिपोर्ट्स हाल ही में जारी कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे हैं, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा है।
3. चीन का निवेश माहौल बेहतर हो रहा है
चीन अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए नई निवेश योजनाओं की घोषणा कर रहा है। इससे निवेशकों का ध्यान भारतीय बाजार से हटकर चीन की ओर जा रहा है, जिससे विदेशी निवेश की निकासी और तेज हो रही है।
क्या बाजार में जल्द सुधार होगा?
शेयर बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी निवेशकों की वापसी तभी होगी जब भारतीय अर्थव्यवस्था और कॉर्पोरेट सेक्टर में मजबूती आएगी। यह सुधार अगले 2-3 महीनों में देखने को मिल सकता है।
2025 में अब तक बाजार का हाल
- साल 2025 की शुरुआती 2 महीनों में भारतीय बाजार 4 प्रतिशत तक गिर चुका है।
- सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में दबाव बना हुआ है।
- निवेशकों को सलाह दी जाती है कि धैर्य बनाए रखें और जल्दबाजी में कोई फैसला न लें।