FPI की दमदार वापसी अप्रैल 2025 में ₹10,000
1. Equity और Debt Segment दोनों में दिखा भरोसा
अप्रैल 2025 में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय बाजार में जोरदार वापसी की।
-
Equity Segment में ₹4,223 करोड़
-
Debt Segment में ₹6,063 करोड़
कुल मिलाकर ₹10,000 करोड़ से अधिक का शुद्ध निवेश दर्ज हुआ। यह FPI के भारत पर बढ़ते भरोसे का संकेत है।
2. जनवरी–मार्च 2025 बिकवाली का दौर
वर्ष की पहली तिमाही यानी जनवरी से मार्च 2025 के बीच FPI ने लगभग ₹34,574 करोड़ की निकासी की थी।
इस अवधि में वैश्विक अनिश्चितता और घरेलू चुनावी माहौल की वजह से निवेशकों में संकोच था। लेकिन अप्रैल में माहौल पूरी तरह बदल गया।
3. राजनीतिक स्थिरता और मजबूत अर्थव्यवस्था ने बढ़ाया विश्वास
विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत में General Elections 2024 के बाद राजनीतिक स्थिरता, मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक संकेतक, और स्थिर रुपया—ये सभी कारक FPI को भारत की ओर खींच रहे हैं।
साथ ही, रिटेल निवेशकों की भागीदारी ने बाजार को मजबूत सपोर्ट दिया है।
4. भारत बनाम चीन निवेशकों की पसंद बदल रही है
जहां चीन को आर्थिक मंदी, कर्ज संकट और भू-राजनीतिक तनावों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं भारत तेजी से एक स्थिर और भरोसेमंद बाजार के रूप में उभर रहा है।
अब विदेशी निवेशक भारत को बेहतर रिटर्न देने वाला विकल्प मान रहे हैं।
5. भविष्य में FPI Flows में और तेजी संभव
वित्तीय विश्लेषकों का कहना है कि यदि भारतीय अर्थव्यवस्था की गति इसी तरह बनी रही और सरकार की नीतियाँ निवेश-अनुकूल रहीं, तो FPI निवेश में और तेजी देखी जा सकती है।