जानिए Futures Trading क्या है?

जानिए Futures Trading क्या है? और प्रकार

Futures Trading क्या है?

जानिए Futures Trading क्या है?

Futures Trading एक वित्तीय अनुबंध है, जिसमें दो पक्ष किसी वस्तु या परिसंपत्ति को भविष्य की तारीख में एक पूर्व निर्धारित मूल्य पर खरीदने या बेचने के लिए सहमत होते हैं। इस व्यापार में कई प्रकार के खिलाड़ी होते हैं, जैसे निवेशक, सट्टेबाज, और कंपनियाँ, जो या तो वस्तु की डिलीवरी स्वीकार करना चाहती हैं या वायदा अनुबंध की शर्तों के अनुसार उसकी आपूर्ति करना चाहती हैं। इसका उपयोग ज्यादातर Hedgers और Speculators द्वारा किया जाता है, ताकि वे कीमतों में होने वाले बदलावों से खुद को सुरक्षित रख सकें।

Futures Trading का उदाहरण

मान लीजिए, बीन्स की कीमतें बढ़ रही हैं। एक खाद्य प्रसंस्करणकर्ता, जो बीन्स पर निर्भर है, उसे अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है। इस स्थिति में, वह फ्यूचर्स अनुबंध खरीदकर अपनी लागत को सुरक्षित रख सकता है। अगर भविष्य में बीन्स की कीमतें बढ़ती हैं, तो फ्यूचर्स अनुबंध खरीदार के लिए फायदेमंद साबित होगा। इसी प्रकार, Stock Futures का उपयोग स्टॉक की कीमतों को हेज करने के लिए किया जाता है।

Futures Traders के प्रकार

  1. Hedgers
    ये वे निवेशक होते हैं जो अपनी पूंजी को नुकसान से बचाने के लिए फ्यूचर्स का उपयोग करते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य अपनी परिसंपत्तियों की कीमतों में बदलाव से खुद को सुरक्षित रखना होता है।

  2. Speculators
    ये वे खिलाड़ी होते हैं जो बाजार में उतार-चढ़ाव से लाभ कमाने की कोशिश करते हैं। इनकी खरीद और बिक्री बाजार की स्थिति और मांग-आपूर्ति पर आधारित होती है।

Types of Futures Traders: Hedgers vs Speculators Explained.

Futures Trading और अन्य वित्तीय उपकरणों में अंतर

  1. Intrinsic Value का अभाव
    वायदा अनुबंध का आंतरिक मूल्य नहीं होता, इसका मूल्य उस परिसंपत्ति से जुड़ा होता है जिस पर यह आधारित होता है।

  2. Stock Exchange पर व्यापार
    वायदा अनुबंध का व्यापार स्टॉक एक्सचेंज में किया जाता है, जो इसे पारदर्शी और अधिक सुरक्षित बनाता है।

  3. Expiration Date
    वायदा अनुबंध की समाप्ति तिथि आमतौर पर महीने का अंतिम गुरुवार होती है। इस दिन अनुबंध की स्थिति का निपटान किया जाता है।

  4. Traded in Lots
    Futures Contracts का लेन-देन Lots में किया जाता है, जिससे यह खुदरा निवेशकों के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है, क्योंकि छोटे निवेशकों के लिए पूरी Lot खरीदना संभव नहीं होता।

Example of Hedging with Futures Contracts in Commodities

Futures Trading के फायदे

  1. No Default Risk
    फ्यूचर्स ट्रेडिंग में डिफ़ॉल्ट का जोखिम नहीं होता क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज की क्लियरिंग कॉरपोरेशन प्रत्येक अनुबंध की गारंटी देती है।

  2. Small Margin, Large Position
    Futures Trading का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आप केवल एक छोटी सी मार्जिन राशि का भुगतान करके बड़ी स्थिति ले सकते हैं। इससे आपको कम पूंजी में बड़े सौदे करने का मौका मिलता है।

Futures Trading के नुकसान

Drawbacks of Futures Trading for Investors.

  1. Complexity
    अन्य वित्तीय साधनों की तुलना में फ्यूचर्स ट्रेडिंग अधिक जटिल होती है। इसमें कीमतों का अनुमान लगाना कठिन होता है और गलत अनुमान नुकसान का कारण बन सकता है।

  2. Leveraged Position Risk
    Futures Trading में लीवरेज का इस्तेमाल जोखिम भरा हो सकता है। अगर बाजार विपरीत दिशा में जाता है, तो नुकसान भी बड़े स्तर पर हो सकता है।

  3. Capital Requirement
    Futures Contracts के लिए एक ट्रेडर को हर दिन मार्क टू मार्केट समायोजन के लिए पर्याप्त पूंजी बनाए रखनी होती है, जिससे पूंजी की जरूरत अधिक होती है।

Futures Trading के प्रमुख बिंदु

  1. Leverage का सही उपयोग
    Futures Trading में लीवरेज का फायदा यह है कि आपको पूरी कीमत चुकाने की आवश्यकता नहीं होती। लेकिन अगर बाजार विपरीत दिशा में जाता है, तो इससे बड़े नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है।

  2. Stop Loss Orders का उपयोग:
    Futures Trading में एक रणनीतिक रूप से Stop Loss Orders का इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि जब बाजार में स्थिति खराब हो, तो आप अपनी स्थिति से बाहर निकल सकें और अपने नुकसान को नियंत्रित कर सकें।

  3. Market Sentiment और Risk Management
    Futures का उपयोग अक्सर निवेशकों और सट्टेबाजों द्वारा बाजार की दिशा पर आधारित होता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने ट्रेडिंग जोखिमों को सही तरीके से प्रबंधित करें और बाजार के सेंटिमेंट को सही ढंग से समझें।

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